जयपुर। अगर सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की संख्या के हिसाब से देखा जाए तो प्रारंभिक शिक्षा में 1.59 लाख शिक्षकों को और माध्यमिक शिक्षा में 1.56 लाख शिक्षकों को दोनों डोज लगी हैं। अगर सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की संख्या के हिसाब से देखा जाए तो प्रारंभिक शिक्षा में 1.59 लाख शिक्षकों को और माध्यमिक शिक्षा में 1.56 लाख शिक्षकों को दोनों डोज लगी हैं।

नीति आयोग की सिफारिश- 70 प्रतिशत शिक्षक-स्टाफ को सिंगल डोज लगी हो तो छोटे बच्चों के लिए खोलें स्कूल

प्रदेश में एक सितंबर से कक्षा 9वीं से 12वीं तक की कक्षाएं अनलॉक होने जा रही हैं। बाकी कक्षाओं को खोलने को लेकर अभी सरकार ने निर्णय नहीं लिया है, लेकिन इसके लिए रास्ता जरूर खुल गया है। नीति आयोग ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को सिफारिश भेजी है कि जहां 70त्न शिक्षक और स्कूल स्टाफ को वैक्सीन की कम से कम एक डोज लग चुकी है, वहां प्राथमिक स्कूल खोले जा सकते हैं।

अगर केंद्र और राज्य सरकारें नीति आयोग की सिफारिशें मानें तो प्रदेश में भी जल्द छोटे बच्चों के लिए भी स्कूल खुल सकते हैं। वजह- सरकारी स्कूलों में 80 से 90त्न शिक्षकों को दोनों डोज लग चुकी हैं। अगर सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की संख्या के हिसाब से देखा जाए तो प्रारंभिक शिक्षा में 1.59 लाख शिक्षकों को और माध्यमिक शिक्षा में 1.56 लाख शिक्षकों को दोनों डोज लगी हैं।

शिक्षा विभाग का कहना है कि जो शिक्षक बचे हुए हैं उनमें भी अधिकांश के पहली डोज लग चुकी है। वहीं प्राइवेट स्कूल संचालकों का कहना है कि उनके यहां भी 80त्न शिक्षक-कर्मचारियों ने वैक्सीन की कम से कम एक डोज लगवा ली है।