बीकानेर। सूर्य कॉलोनी नाथ सागर स्थित कसौटी नाथ महादेव मन्दिर में सावन का दूसरा सोमवार और सावन के माह में प्रदोष व्रत का संयोग भी बना है।
प्रेम शंकर ने बताया कि शास्त्रों में प्रदोष व्रत भगवान शिव की विशेष कृपा पाने का दिन है। वहीं जो प्रदोष व्रत सोमवार के दिन पड़ता है उसे सोम प्रदोष कहा जाता है। सोम प्रदोष का व्रत करके मन की शांति के साथ-साथ भविष्य में उत्तम स्वास्थ्य का आशीर्वाद भी भगवान शिव देते है।

मान्यता है कि बेचैन और चंचल मन वाले लोगों के लिए यह व्रत काफी फलदायी है। इस व्रत को करने से जीवन में हमेशा सफलता के अवसरों में वृद्धि होती है साथ ही बिना किसी बाधा के सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं। बता दें कि प्रदोष काल उस समय कहते हैं जब सूर्यास्त हो गया हो और अंधेरा भी नहीं हुआ हो। प्रदोष व्रत में इस अवधि में भगवान शिव की पूजा की जाती है।

मनमोहन थानवी ने बताया कि सुबह कसोटी नाथ महादेव मन्दिर में घृतम (घी) का रुद्राभिषेक पं. सत्यनारायण किराडू के सान्निध्य में किया गया। रुद्राभिषेक करने में सूर्यप्रकाश, किशन मोदी,अमित कुमार धारीवाल, मनोजकुमार, आनन्द कुमार, राकेश शर्मा, यश, गुड्डसा, श्रीराम, कंवरलाल सेवग, सोनू, भवानीशंकर, मनोज सेवग, गोवर्धन भादाणी, लक्की, रमेश पित्ती, लोकेश सेठिया, गौरीशंकर, अश्विनी कुमार सहित कई भक्तगण मौजूद थे।


शिव की कृपा पाने का महीना और शिव को प्रसन्न करने का महीना खासकर भगवान शिव को शीघ्र प्रसन्न कैसे किया जाए ताकि वो भक्त वत्सल होकर अपनी कृपा बरसा दें ये उद्गार आज श्रीगंगानगर रोड़ स्थित कानासर फांटा के पास रेतीले धोरों के बीच भावनाथ आश्रम में भगवान शिव के अभिषेक के बाद उपस्थित श्रद्धालुओं को कही। उन्होंने कहा कि श्रावण महीना और खासकर श्रावण का सोमवार को थोड़ी सी की गई पूजा कई गुना फल देती है, इस महीने का सोमवार भगवान शिव को अति प्रिय है।

सन्त भवनाथजी महाराज ने प्रवचन में कहा कि भोलेनाथ को मनाने के लिए और उनसे विशेष कृपा पाने के लिए बेलपत्र का प्रयोग सबसे कारगर उपाय है । 7 पत्तों वाले बिल्व पत्रक पाने वाला परम भाग्यशाली और शिव को अर्पण करने से अनंत गुना फल मिलता है बेल वृक्ष लगाने से वंश की वृद्धि होती है।


सुबह-शाम बेल वृक्ष के दर्शन मात्र से पापों का नाश होता है।
इस अवसर पर भगवान शिव का रुद्री पाठ से षोडश उपचार पूजन किया गया साथ ही आश्रम में बिल्व पत्र वृक्ष की पूजा समस्त श्रद्धालुओं द्वारा की गई ,विशाल भण्डारा किया गया। कार्यक्रम में प्रहलाद ओझा भैरु, किशन गहलोत,अशोक गहलोत व बजरंग भोजासर सहित अनेक लोग उपस्थित थे