नागौर जिले के वरिष्ठ साहित्यकार देवकिशन राजपुरोहित का ‘संस्कृति संवर्धन सम्मान’ के लिए चयन हुआ है। राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी बीकानेर द्वारा राजपुरोहित का चयन किया गया है। अब उन्हें कल 31 मार्च को दोपहर साढे चार बजे जयपुर स्थित अकादमी संकुल सभागार में आयोजित समारोह में ये सम्मान सौंपा जाएगा। वरिष्ठ साहित्यकार देवकिशन राजपुरोहित को ये सम्मान उनके द्वारा राजस्थानी भाषा, कला, साहित्य और संस्कृति के प्रोत्साहन में दिए गए योगदान के लिए दिया जा रहा है। वरिष्ठ साहित्यकार राजपुरोहित लंबे समय से राजस्थानी भाषा और साहित्य के उत्थान के लिए काम कर रहे है। उनके लिखे साहित्य पर अब तक यूनिवर्सिटी लेवल पर 7 रिसर्च हो चुकी है। वहीं राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की पाठ्यक्रम समिति में मेंबर रहे राजपुरोहित द्वारा लिखे उपन्यास को कई साल तक बोर्ड सेलेबस में रखा गया। वो दुनियाभर के 29 देशों में हिंदी सम्मेलनों में देश-प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर चुके है। अब तक राजपुरोहित को 60 से ज्यादा सम्मान भी मिल चुके है। राजपुरोहित शिक्षक नेता भी रह चुके है और बिशन सिंह शेखावत के साथ वो 12 साल तक राजस्थान शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष भी रहे।