बीकानेर। 17 वीं लोकसभा चुनाव के लिये प्रदेश में दो चरणों में होने वाले में कुछ ऐसे तथ्य है वो बड़े ही रोचक है। जो चर्चा का  विषय बने हुए है। इस चुनावी समर में दो की संख्या का संयोग है। 25 सीटों के लिए बीजेपी और कांग्रेस उम्मीदवारों में से दो साधु  हैं,तो एक सीट पर दो मौसेरे भाई तो एक सीट पर दो खिलाडिय़ों के बीच टक्कर है। यही नहीं दो सीट ऐसी है जहां दो मुख्यमंत्रियों  (वर्तमान व पूर्व) के बेटे मैदान में हैं । तो दो सीट ऐसी भी है जहां पूर्व राजघराने के दो सदस्य भी अपना चुनावी भाग्य आजमा रहे  हैं। बीकानेर लोकसभा चुनाव पर जहां मौसेरे भाईयों की बीच सीधी टक्कर है। यहां भाजपा के अर्जुनराम मेघवाल तो कांग्रेस से उन्हीं  के मौसी के लड़के मदन गोपाल मेघवाल मैदान है। राज्य की जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट पर मुकाबला दो खिलाडिय़ों में है। इस  सीट से कांग्रेस ने पूर्व ओलंपियन और मौजूदा विधायक कृष्णा पूनिया को उतारा है। यहां से बीजेपी के मौजूदा सांसद और पूर्व  ओलंपियन राज्यवर्धन सिंह राठौर दोबारा मैदान में हैं। राठौर ने निशानेबाजी में रजत पदक जीता तो पुनिया ने तीन ओलंपिक में भाग  लिया। हालांकि राजनीतिक टीकाकारों का मानना है कि इस सीट पर जाट और राजपूत मतदाताओं की खासी संख्या है इसलिए  जीतने के लिए जातीय समीकरण साधना भी बड़ी चुनौती होगा। दो साधु भी राजस्थान से अपना चुनावी भाग्य आजमा रहे हैं। दोनों  बीजेपी के प्रत्याशी हैं। सीकर से भाजपा ने अपने मौजूदा सांसद सुमेधानंद सरस्वती को फिर टिकट दिया है। वहीं अलवर सीट पर  उसने बाबा बालकनाथ को उतारा है। सरस्वती के सामने कांग्रेस के सुभाष महरिया है। अलवर लोकसभा क्षेत्र में भाजपा के सबसे  युवा उम्मीदवार बाबा बालकनाथ (35 वर्ष) के सामने पूर्व राजघराने के भंवर जितेंद्र सिंह हैं। बालक नाथ रोहतक के मस्तनाथ मठ  के महंत हैं। उनकी एक पहचान अलवर के पूर्व सांसद और महंत चांदनाथ के शिष्य की भी है। पूर्व राजघराने से चुनावी समर में  उतरे प्रत्याशियों की बात की जाए तो भंवर जितेंद्र सिंह के साथ साथ पूर्व विधायक दीयाकुमारी का नाम भी इसमें शामिल है। पूर्व  जयपुर राजघराने की दीयाकुमारी बीजेपी की टिकट पर राजसमंद से प्रत्याशी हैं। कांग्रेस ने इस सीट पर देवकीनंदन गुर्जर को उतारा  है। दो का यह संयोग चुनावी मैदान में उतरे मुख्यमंत्री के पुत्रों में भी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत जोधपुर  सीट से और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह झालावाड़ बारां सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। मौजूदा सांसद दुष्यंत का यह  चौथा चुनाव होगा। वहीं वैभव पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। इस तरह का एक रोचक संयोग दलबदलू प्रत्याशियों का भी बनता है।  ऐसे दो उम्मीदवार मानवेंद्र सिंह और प्रमोद शर्मा हैं। पूर्व बीजेपी सांसद मानवेंद्र सिंह इस बार कांग्रेस की टिकट पर बाड़मेर सीट से  चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं बीजेपी से कांग्रेस में आए प्रमोद शर्मा को झालावाड़ बारां सीट पर उतारा गया है।