जयपुर, भारत के राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान जारी है। राजस्थान विधानसभा में शाम 5 बजे तक वोटिंग होगी। सुबह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पहला वोट डाला। UPA के पास संख्या बल नहीं होने के सवाल पर गहलोत ने कहा- ‘आजादी के बाद पहली बार लोकसभा और राज्यसभा दोनों के चेयरमैन राजस्थान से होंगे। ये आप कह सकते हो, यह सुखद बात है। उपराष्ट्रपति के लिए भी वही बात लागू होती है। जो बातें राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए मैंने कही हैं। राजस्थान से वो उम्मीदवार बने हैं। पहले भैरों सिंह शेखावत उपराष्ट्रपति बने थे। नेचुरल है जिस राज्य का उम्मीदवार बनता है, उस राज्य में वेलकम तो होता ही है। उस रूप में इसे लेना चाहिए। राज्य का उम्मीदवार बना है तो लोगों में भावनाएं होती हैं। वोटिंग का पैटर्न वही होगा जो विचाराधारा की लड़ाई है। गहलोत ने कहा-मैंने पहले भी कहा कि ये लड़ाई कोई उम्मीदवार को लेकर नहीं होती है, ये लड़ाई विचारधारा की भी है। तमाम विपक्ष की पार्टियों ने यशवंत सिन्हा को अपना उम्मीदवार बनाया। मैंने पहले भी कहा अगर NDA गवर्नमेंट और BJP चाहती, तो उनके सामने 5 साल बाद ऐसा मौका आया था कि वो विपक्ष को इन्वॉल्व करती। उससे बातचीत करती और राष्ट्रपति जैसे पद के लिए सर्वसम्मति से उम्मीदवार सामने लाने की कोशिश करती। वो बेहतर होता,लेकिन जनरली ऐसा होता नहीं है। एक बार के चुनाव छोड़कर 15 बार लगातार हमेशा कोई न कोई उम्मीदवार सामने आए हैं, तो यह ज्यादा बहस का विषय नहीं होना चाहिए। इसे विचारधारी की लड़ाई की स्पिरिट में लेना चाहिए।

विधायक लगातार डाल रहे वोट
विधानसभा में सभी विधायक वोट डाल रहे हैं। NDA की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष के यशवंत सिन्हा राष्ट्रपति पद के लिए मैदान में हैं। प्रदेश के सभी 200 विधायक, 25 लोकसभा सांसद और 10 राज्यसभा सांसद इसके लिए वोट करेंगे। सांसद नई दिल्ली में संसद में वोट कास्ट कर रहे हैं। इलेक्शन कमीशन और निर्वाचन विभाग पूरी तैयारियां के साथ कोविड प्रोटोकॉल के तहत वोटिंग करा रहे हैं। स्ट्रॉन्ग रूम को वीडियो ग्राफी के साथ खोला गया है। कांग्रेस ने सुबह 9.30 बजे विधानसभा की हां पक्ष लॉबी में विधायक दल की बैठक बुलाई गई। इस बैठक में निर्दलीय और समर्थित विधायक भी मौजूद थे।

RLP का NDA उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन

राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने राष्ट्रपति चुनाव में आदिवासी समाज के सम्मान में राष्ट्रपति पद के लिए महिला उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का फैसला लिया है। आरएलपी संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने इसकी जानकारी दी है। सांसद बेनीवाल के अलावा राजस्थान में आरएलपी के 3 विधायक हैं।

सीक्रेट वोटिंग होगी

राष्ट्रपति चुनाव के लिए सीक्रेट वोटिंग होगी। मतदान के दौरान कोई भी किसी को अपना वोट नहीं दिखा सकते हैं। बैलट पूरी तरह गोपनीय होता है। मतदान प्रक्रिया को गोपनीय और सुरक्षित बनाए रखने के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है। विधानसभा मार्शल और विधानसभा भवन के अन्दर और बाहर पुलिस की कड़ी सुरक्षा रखी गई है। वोटिंग के बाद बैलट बॉक्स और चुनाव का सामान नई दिल्ली में संसद भवन तक सुरक्षित पहुंचाने के भी बंदोबस्त किए गए हैं।

स्पेशल इंक पेन मिलेगा, 21 जुलाई को रिजल्ट

वोटिंग के लिए विशेष इंक का पेन इलैक्शन कमीशन उपलब्ध करवाएगा। विधायकों को गुलाबी और सांसदों को हरा बैलट पेपर दिया जाएगा। निर्वाचन आयोग ने परिणाम घोषित करने के लिए 21 जुलाई की तारीख तय की है।

इलैक्शन कमीशन और स्टेट इलैक्शन डिपार्टमेंट की टीमें तैनात

इलैक्शन कमीशन की ओर से नियुक्त ऑब्जर्वर सीनियर आईएएस राकेश कुमार वर्मा और राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता, अतिरिक्त निर्वाचन अधिकारी कृष्ण कुणाल, सहायक रिटर्निंग अधिकारी डॉ. जोगाराम, राजस्थान विधानसभा के चीफ इन्वेस्टिगेशन एंड रैफरेंस ऑफिसर विनोद मिश्रा, डीजीपी लॉ एंड ऑर्डर भरतलाल मीणा, पुलिस डिप्टी कमिश्नर साउथ योगेश गोयल, डिप्टी कमांडेंट सीआईएसफ एयरपोर्ट सुगनाराम, सूचना जनसंपर्क के एडिशनल डायरेक्टर अरुण जोशी, मेडिकल एंड हेल्थ डायरेक्टर सुरेश नवल को व्यवस्थाओं में लगाया गया है।

कोविड गाइडलाइंस से होगा मतदान

वोटिंग के दौरान राजस्थान की कोविड गाइडलाइन की पालना भी की जाएगी। अगर कोई मतदाता कोविड पॉजिटिव है, तो उसे सबसे आखिर में वोट कास्ट करवाया जाएगा। वोटिंग रूम में मास्क, सैनिटाइजर, ग्लव्स के साथ-साथ विधानसभा में मेडिकल टीम और इमरजेंसी के लिए एंबुलेंस फैसिलिटी भी रहेगी।