बीकानेर, दोस्तों को घर बुलाकर नशा करवाना और फिर चोरी के लिए निकलने का अनूठा शौक जोधपुर के कुछ युवकों को लगा हुआ है। ये लोग नशा करके देर रात बीकानेर से जोधपुर के बीच गांवों में पहुंचते और चोरी करके इतनी होशियारी से फरार होते कि किसी को खबर नहीं होती। हालांकि इस बार बीकानेर की साइबर सेल ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए पूरी गैंग को ही दबोच लिया है। इस गैंग ने न सिर्फ बीकानेर के बज्जू थाना एरिया में बल्कि कोलायत, बाप, फलौदी, औसिया, लोहावट थाना क्षेत्र में भी चोरी करना स्वीकार किया है। उम्मीद की जा रही है कि इन चारों से लाखों रुपए का माल बरामद हो सकता है। ये चारों पहले से जोधपुर में गिरफ्तार थे, जहां से प्रॉडक्शन वारंट पर इनको बीकानेर के बज्जू थाने लाया गया है। दरअसल, बज्जू पुलिस ने गौडू गांव के चक 14 जीएमआर में रहने वाले हंसराज बिश्नोई ने रिपोर्ट दी थी कि उसके घर में चोरी हो गई है। चक में रखे दो सूटकेस, जिनमें करीब 20 भरी सोना व 25 भरी भरी चांदी एवं 40 हजार रुपए नगदी चोरी हो गए। इस मामले की छानबीन में पता चला कि चोरी करने वाले जोधपुर एरिया के हैं। उनकी फोन लोकेशन पर भी पुलिस ने काम किया। पुलिस ने जिन चार युवकों पर चोरी का संदेह किया था, वो पहले से जोधपुर पुलिस की हिरासत में थे। ऐसे में जालाराम भील (22 वर्ष) निवासी जेठाणीया तहसील लोहावट पुलिस थाना देचू जिला जोधपुर] दुर्गाराम उर्फ दुर्गेश मेघवाल (21 वर्ष) निवासी डेडासरा पुलिस थाना फलौदी जिला जोधपुर ग्रामीण, प्रेम उर्फ पेमाराम मेघवाल (22 वर्ष) निवासी मलार रोड चौराहा फलौदी पुलिस थाना फलौदी जोधपुर और टीकमचन्द मेघवाल (20 वर्ष) निवासी जाटा बास लोहावट पुलिस थाना लोहावट जिला जोधपुर को प्रॉडक्शन वारंट पर लेकर गिरफ्तार किया है। अब इनसे बज्जू थाने में पूछताछ हो रही है।

ये हुई थी चोरी

इसी साल 19 अप्रैलकी रात हंसराज बिश्नोई निवासी चक 14 GMR की ढाणी दो सूटकेस जिनमें करीब 20 भरी सोना चोरी हो गया। इसकी कीमत दस लाख रुपए आंकी गई वहीं 25 भरी भरी चांदी और चालीस हजार रुपए नगद ले गए।

ऐसे पकड़ा पुलिस ने

प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए बज्जू के पुलिस निरीक्षक भूपसिंह के नेतृत्व में थाना स्तर पर टीमें गठित कर छानबीन की गई। इस दौरान अज्ञात युवकों के आने व आने के रूट चिन्हित करने के लिए भारतामाला हाईवे पर लगने वाले टोल नाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गये । सम्पर्ण डाटा तैयार कर मुल्जिमों को गिरफ्तार किया गया। जिन्होने भारतमाला सड़क पर हंसराज बिश्नोई की ढाणी व दो अन्य ढाणियों में चोरी करना स्वीकार किया है। चोरी का माल बाप, फलौदी, लोहावट व जोधपुर के सुनारो को बैचना बताया है।

ऐसे करते थे चोरी

पुलिस छानबीन में सामने आया कि दुर्गेश उर्फ दुर्गाराम व जालाराम भील स्मैक व एमडी का नशा करने के शौकीन है। दुर्गेश उर्फ दुर्गाराम के पास बोलेरा गाडी व जालाराम के पास कैम्पर गाड़ी है, यह दोनों शाम के समय अपने साथियों को अपने पास बुलाते है उन्हे इच्छानुसार नशा करवाते हैं एवं होटलो में खाना खिलाते है। उसके बाद यह लोग रात्री के समय नशे की हालात में अपनी गाड़ी लेकर हाईवे पर निकलते है। हाईवे के नजदीक वाली ढाणी के थोड़ी दूरी पर दुर्गेश व जालाराम गाडी से उतरकर पैदल-पैदल ढाणी में जाकर पहले रैकी करते है, उसके बाद दुर्गेश मकान/ढाणी के अन्दर घुसता है व जालाराम बाहर खडा निगरानी रखता है। इनके बाकी साथी गाडी लेकर सड़क पर धीरे धीरे आगे पीछे चलते रहते है। जैसी ही कोई कीमती सामान मिलता है, उसे उठाकर ढाणी से थोडी दूरी पर लाकर ताला तोड़कर सोने-चांदी के जेवर व नगदी निकालकर अपने साथियों को मिस कॉल करके बुला लेते है। फिर सभी फरार हो जाते है।

चोरी का माल खरीदता है सुनार

चोरी किये हुए माल को पहले से तयशुदा सुनार को बेच देते है। सुनार उसी समय गहनों को गला कर बट्टी या सिल्ली बना देता है। जो भी पैसे मिलते उसे बराबर हिस्सों में बांट लेते है। अब पुलिस उस सुनार की भी तलाश कर रही है।

यहां हुई चोरियों में शामिल

ये सभी नकबजनी के शातिर अपराधी है जिन्होंने बज्जू, श्रीकोलायत, बाप, फलौदी, औसिया, लोहावट रात के समय चोरी करना स्वीकार किया है। जिनसे अनुसंधान जारी है।