बीकानेर | संगीत व शिक्षा को समर्पित युवा गायक ओम सोनी ‘गोरमेंट’ की
दूसरी पुण्यतिथि एवं कैलाशरतन सोनी “कट्टा” के अकस्मात् निधन पर श्री ब्राह्मण स्वर्णकार
स्वर्ण संगीत संस्थान और भगवती संगीत कला केंद्र, बीकानेर की तरफ से आयोजित पुष्पांजलि
/ भावांजलि समारोह में कलाकारों ने भक्तिरस की सरिता प्रवाहित करते हुए कैलाशरतन और
ओमजी गोरमेंट के किए सद्कार्यों से उन्हें याद करते हुए पुष्प अर्पित किए |
कार्यक्रम अध्यक्ष गायक ज्ञानेश्वर सोनी ने उनके साथ बिताए पलों को याद करते हुए
भजन-चिट्ठी ना कोई संदेश जाने वो कौनसा देश जहां तुम चले गए सुनाकर माहौल को
भक्तिरस से ओत-प्रोत कर दिया | कवि-कथाकार राजाराम स्वर्णकार ने दोनों सख्शियतों के बारे
में विस्तार से बताते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए | युवा गायक पवन सोनी ने–जगत में झूठी
देखी प्रीत मेरो मेरो सभी कहत है हित से बांध्यो चित्त है | युवा गायक गौरीशंकर सोनी ने–दूर
कितनी दूर है तू ओ प्रवासी सुदर्शन सोनी ने-मैं तो रमता जोगी राम सुनाया | पंडित
वीनितकुमार ने-सुमिरन करले मोरे मना तेरी बीती उमर हरि नाम बिना सुनाकर वातावरण
भक्तिमय बना दिया | सभी के प्रति आभार बाल गायिका कुमारी गीता ने माना |