देवेन्द्रवाणी न्यूज,बीकानेर। एक ओर तो सरकार की ओर से पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को देखते ह ए और प्रदूषण को नियंत्रित कर उसे कम करने के लिए इलक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने की बात की जा रही है वहीं दूसरी ओर अब प्रदेश में ई रिक्शा आदि इलक्ट्रिक वाहनों पर अनुदान पर रोक लगा दी है। ऐसे में अब ई रिक्शा आदि इलक्ट्रिक वाहनों के दामों मेंइजाफा हो गया है। ऐसे में लोगों पर आर्थिक भार पड़ रहा है।
पहले 22 हजार की दी जाती थी थी सब्सिडी
जानकारी के अनुसार पूर्व में सरकार की ओर से करीब डेढ़ लाख की कीमत की ई रिक्शा पर खरीदार को 22 हजार की सब्सिडी दी जाती थी लेकिन सितम्बर माह के बाद से सरकार की ओर से यह सब्सिडी बंद कर दी गई है। ऐसे में सितम्बर के बाद से लोगों को जिले में ई रिक्शा खरीदने के लिए करीब डेढ़ लाख ही खर्च करने पड़ रहे हैं।
बिक्री में भी आई गिरावट
ई व्हीकल शोरूम मालिकों की माने तो राज्य सरकार की ओर से इलक्ट्रिक वाहनों पर दी जाने वाली सब्सिडी को बंद करने के कारण पिछले दो माह में जिले में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में भी कमी आई है। पूर्व में सरकार की ओर से इलेक्ट्रिक दुपहिया वाहनों की खरीद पर भी सब्सिडी का प्रावधान था लेकिन अब उसे भी बंद कर दिया गया है। ऐसे में अब लोग इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने में संकोच करने लगे है। दो माह में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में करीब 20 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।
जिले में करीब 100 से अधिक ई रिक्शा
परिवहन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में जिले में करीब 100 से अधिक ई रिक्शा संचालित हैं। इनमें से सवारी वाले और लोडिंग ई रिक्शा शामिल है। इसके अलावा जिले में करीब 5000 से अधिक ई बाइक है।