जयपुर, में इनकम टैक्स अधिकारी बनकर आए 5 डकैतों ने आटा व्यापारी के परिजनों को बंधक बनाकर लूटपाट की। बदमाशों ने 10 लोगों को पिस्टल के दम पर बंधक बना लिया और आधे घंटे तक घर खंगालते रहे। फिर वे करीब 60 लाख रुपए की नकदी और डेढ़ किलो सोने के जेवरात लेकर फरार हो गए। सनसनीखेज वारदात गलता गेट थाना इलाके में सूरजपोल अनाज मंडी रोड पर बुधवार रात हुई। बदमाशों का अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है।  पुलिस के अनुसार व्यापारी सत्यनारायण तांबी के घर पर मां मोही देवी (90), पत्नी संतोष, बेटा जीतेंद्र, दो पुत्रवधू रितु और प्रियंका और तीन बच्चे श्रेयांश, केशव, समर्थ थे। बुधवार शाम करीब साढ़े 7 बजे बदमाश इनकम टैक्स अधिकारी बनकर घर में घुसे थे। डकैतों ने सभी परिजनों के मुंह पर टेप लगा दी। इसी बीच, व्यापारी सत्यनारायण और बेटा हेमराज घर पहुंच गए। बदमाशों ने उन्हें भी बंधक बना लिया। इसके बाद 15 साल के पोते केशव के सिर पर पिस्टल लगाकर अलमारियों के बारे में पूछा और नहीं बताने पर परिजनों को गोली मारने की धमकी दी। डर के कारण पोते ने बदमाशों को अलमारियों के बारे में बता दिया। लूटपाट मचाने के बाद बदमाश फरार हो गए। तब परिवार ने चिल्लाना शुरू किया, इस पर उनके पड़ोसी आए। पड़ोसियों ने परिवार को छुड़ाकर पुलिस को सूचना दी।

सीसीटीवी की डीवीआर साथ ले गए
बदमाश अपने साथ घर में लगे सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर भी ले गए हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बदमाशों की लग्जरी कार के आधार पर नाकाबंदी कराई, लेकिन गुरुवार सुबह तक पुलिस के हाथ खाली हैं। देर रात मौके पर एफएसएल टीम भी पहुंची और सबूत जुटाए। पुलिस ने दिल्ली रोड पर निकलने वाले मुख्य मार्गों पर लगे सीसीटीवी खंगालने शुरू कर दिए हैं। अंदेशा है कि बदमाश वारदात के बाद दिल्ली रोड की तरफ भागे हैं। पुलिस के हाथ घटना से कुछ दूरी पर लगे सीसीटीवी की फुटेज लगी है। इसमें तीन बदमाश वारदात के बाद निकलते हुए दिखाई दे रहे हैं। स्थानीय लोगों के इनपुट, डकैतों के वाहन और हुलिए के आधार पर उनकी तलाश कर रही है।

सिर पर तानी पिस्तौल, डर के मारे बता दिया कहां रखी अलमारी
पिस्टल के दम पर डकैत बिजनेसमैन के परिजनों को डराते रहे। पोते केशव को गोली मारने की धमकी दी, इसलिए उसने सब बता दिया। पीड़ित सत्यनारायण का कहना है कि डकैत करीब डेढ़ किलो सोने के जेवर और 60 लाख ले गए हैं। वह आटा और बेसन के थोक विक्रेता हैं। घर में घुसे डकैतों को परिवार के हर सदस्य के मूवमेंट की जानकारी थी। दुकान से कारोबारी का घर मात्र एक किलोमीटर की दूरी पर है। बदमाश रैकी करते रहे। वे इतने बेखौफ थे कि उन्होंने नकाब नहीं पहन रखा था।

धमकाया- जान प्यारी नहीं है क्या ?
डकैत शाम को ही कॉलोनी में पहुंच गए थे। पहले वे व्यापारी के ऑफिस के बाहर खड़े होकर रैकी करते रहे। शाम साढ़े सात बजे जब व्यापारी के घर में काम करने वाले 6 मजदूर और 2 मुनीम चले गए तो वे घर में घुसे। व्यापारी ने बताया कि बुधवार शाम को 515 नंबर की एक कार उनके ऑफिस के बाहर खड़ी थी। जब वह घर पहुंचे तो वहां भी बाहर इसी नंबर की कार थी। अब पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उस कार को ट्रेस कर रही है। बदमाशों ने जब सामान समेटकर बैग में डाला तो व्यापारी सत्यनारायण ने उन्हें टोका। इस पर एक बदमाश ने पिस्टल लहराते हुए धमकी दी- जान प्यारी नहीं है क्या?

इधर, पुलिस के संदेह में परिवार वाले भी
घटना को लेकर पुलिस को परिवार के किसी परिचित पर शक हैं। पुलिस की अलग-अलग टीम परिवार के सदस्यों के बयान घटना को लेकर ले रहे हैं। जयपुर में डकैती की वारदात के बाद करीब 100 पुलिसकर्मियों को फील्ड में लगाया गया है। 60 वर्षीय व्यापारी सत्यनारायण ने बताया कि उनकी दुकान सूरजपोल अनाज मंडी के गेट के सामने है। वारदात के दिन वह खुद और बड़ा बेटा हेमराज ताम्बी( 40) दुकान पर थे। दुकान और मकान की दूरी करीब एक किलोमीटर की है। घर में उनकी मां गौरी देवी(90), पत्नी संतोष (58), छोटा बेटा जितेन्द्र(37) , हेमराज की पत्नी रितु(38 ), उसका बेटा केशव(15), विनायक(12 ), जितेन्द्र की पत्नी प्रियंका(34 ) और 6 साल का बेटा श्रेयांश मौजूद थे।

मुनीम के जाते ही बदमाश घुसे थे घर में
मकान में दो दुकान और पीछे गोदाम है। इन दुकानों पर छह मजदूर और दो मुनीम काम करते हैं। दो मुनीम हर रोज साढ़े पांच बजे घर चले जाते हैं। मुनीम शौकत बुधवार को लेट गया था। उसके जाते ही दस मिनट बाद कार से पांच बदमाश आए और हथियारों को छिपाकर पहली मंजिल पर पहुंच गए। मकान में घुसने से पहले बदमाशों ने खुद को इनकम टैक्स का अधिकारी बताया और मौजूद बच्चों समेत सभी लोगों को बंधक बना लिया। उनके हाथ-पैर साड़ी, टावल और बनियान से बांध दिए और सभी के मुंह पर टेप चिपका दिया। फिर इन सभी को एक कमरे में बंद कर दिया। इसी दौरान सत्यनारायण और हेमराज भी पहुंच गए। इन्हें भी बंधक बनाकर उसी कमरे में पटक दिया। जाते-जाते बदमाश 90 साल की गौरी देवी के कुंडल और चेन भी निकाल ले गए।