बीकानेर। मूलचंद पारीक स्मृति संस्थान की ओर से आज जस्सूसर गेट के अंदर सर्किल पर मूलचंद पारीक की पुण्यतिथि मनाई गई। इस मौके पर विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों व समाजसेवियों ने पारीक की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। वक्ताओं ने मूलचंद पारीक की सादगी, राष्ट्रप्रेम के प्रति निष्ठा पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री डॉ बी डी कल्ला ने कहा कि आज सच्चे स्वतंत्रता सेनानियों का स्मरण कर उनकी स्मृतियों को संजोए रखने की आवश्यकता है। मूलचंद पारीक ने जीवन में खादी पहनी, सादा जीवन जीया, पार्टी लाइन से ऊपर उठकर हर वर्ग के लिए काम किया। राजनीति के साथ ही पत्रकारिता के क्षेत्र में भी सक्रिय रहे। वो एक पुराधा शख्सिय थे। उनके आदर्श, विचारों का स्मरण कर अनुसरण करना चाहिए। पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी ने कहा कि उन्होंने बीकानेर के विकास में बहुत काम किया था। एक राजनीतिक पार्टी से जुड़ाव होने के बाद भी सभी से मिलकर रहते थे। कई संस्थाओं से जुड़े रहे, उन्होंने हमेशा ही बीकानेर के विकास की सोच रखी। कार्यक्रम में महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने कहा कि मूलचंद पारीक हमेशा सदा जीवन, उच्च विचार के सिद्धांत पर चले। उन्होंने हमेशा राष्ट्रहित को ही सर्वोपरि माना। पूर्व न्यास अध्यक्ष मकसूद अहमद ने कहा कि मूलचंद पारीक हमेशा हर क्षेत्र में सक्रिय रहे। चिकित्सा, शिक्षा, शहरी विकास में उनका योगदान अमूल्य है। उन्होंने पारीक के विचारों को जीवन में उतारने की बात कही। साथ ही स्मरण करते हुए सच्चा सेनानी बताया। संस्थान के संयोजक नित्यानंद पारीक ने मूलचंद पारीक के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने जीवन में धन नहीं कमाया, बल्कि जो मान-आदर कमाया वो उनका व्यक्तित्व ही थी। इस दौरान अनेक वक्ताओं ने ने मूलचंद पारीक के जीवन पर प्रकाश डाला।