प्रदेश में कोविड के बढ़ते संक्रमण का असर अब राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं पर भी पड़ने जा रहा है। कोविड के खतरे को देखते हुए ही बोर्ड 12वीं के प्रैक्टिकल एग्जाम लगातार दूसरे साल भी स्कूल स्तर पर ही संपन्न कराने का निर्णय किया है। प्रायोगिक परीक्षाएं 17 जनवरी से 5 फरवरी के बीच आयोजित कराई जाएंगी। बोर्ड ने सोमवार को इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।

यह दिए गए निर्देश

  • वर्ष 2022 के रेग्यूलर स्टूडेन्ट की प्रायोगिक परीक्षाएं, विद्यालय स्तर पर ही, विषयवार अध्यापन करवा रहे योग्य विषयाध्यापकों से उक्त निर्धारित अवधि में सम्पन्न कराई जाएं।
  • प्रायोगिक परीक्षाओं के दौरान राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 की जारी गाइडलाइन्स की पूर्ण पालना सुनिश्चित की जाए तथा परीक्षाएं उचित दूरी से एवं परीक्षार्थियों से मास्क लगवाकर ही सम्पन्न कराई जाएंगी।
  • जिन विद्यालयों में किसी विषय का विषयाध्यापक नियुक्त नहीं है, ऐसे विद्यालयों में समीप के किसी अन्य विद्यालय के विषयाध्यापक को नियुक्त कर परीक्षाएं सम्पन्न कराई जाएं।
  • प्रायोगिक परीक्षाओं के सुव्यवस्थित रूप से संचालन एवं विद्यालयों (राजकीय एवं निजी) के निरीक्षण हेतु जिले के सीबीईओ को निर्देशित कर उन्हें पाबंद कराएं।
  • प्रायोगिक परीक्षाएं बोर्ड द्वारा जारी विषयवार संक्षिप्त पाठ्यक्रम अनुसार सम्पन्न कराई जाए, इस सम्बन्ध में विषयवार दिशा-निर्देश बोर्ड की वेबसाइट पर जारी किए जा रहे हैं।
  • प्रायोगिक परीक्षा की सामग्री यथा उत्तर पुस्तिकाएं, ग्राफ, ड्रॉइंग शीट आदि जिले के नोडल केन्द्रों पर यथा समय प्रेषित की जाएंगी जिसकी सूचना भी बोर्ड वेबसाइट के माध्यम से दी जाएगी।

तीन दिन पूर्व देनी होगी सूचना

स्कूलों को प्रायोगिक परीक्षा के लिए विषयवार परीक्षा कार्यक्रम निर्धारित कर कम से कम तीन दिन पूर्व सूचना देनी होगी तथा परीक्षा कार्यक्रम विद्यालय के नोटिस बोर्ड पर भी चस्पा कर परीक्षार्थियों को अवगत कराना होगा।

दो दिन में बोर्ड को भेजने होंगे अंक

स्कूल की विषयवार प्रायोगिक परीक्षा, बोर्ड नियमानुसार सम्पन्न कराकर, विषयाध्यापक द्वारा उत्तरपुस्तिकाओं का अंकन कर, उसके द्वारा ली गई परीक्षा के अंक, अन्तिम बैच की ली गई परीक्षा से दो दिवस में बोर्ड को ऑन लाईन भेजेंगे।