बीकानेर। आर्ट ऑफ लिविंग संस्था द्वारा केंद्रीय कारागृह में छह दिवसीय ‘प्रिजन स्मार्ट कार्यशाला’ का शुभारंभ बुधवार को हुआ।
आर्ट ऑफ लिविंग संस्था द्वारा दुनिया के 156 देशों में ऐसी कार्यशालाओं द्वारा 8 से 9 लाख कैदियों को योग, ध्यान, प्राणायाम व सुदर्शन के माध्यम से व्यक्तित्व परिवर्तन के बारे में सिखाया जा रहा है। बीकानेर आर्ट ऑफ लिविंग के शिक्षक मयंक चावड़ा और शिक्षिका दमयंती द्वारा इस कार्यशाला की शुरुआत की गई। कार्यशाला में केंद्रीय कारागृह बीकानेर अधीक्षक आर अनंतेश्वरन, कारापाल इंद्राज, नरेश, विनोद, आर्ट ऑफ लिविंग संस्था के वॉलिंटियर्स राजनंदनी, श्रवण भार्गव, भावना सोनी तथा गोविंद चौधरी एवं केंद्रीय कारागृह के स्टाफ का सहयोग रहा। कार्यशाला का समापन 30 मई को होगा।