जयपुर। विश्व विख्यात रामदेव पशु मेले के आयोजन पर अब भी संशय के बादल मंडरा रहे हैं। कोरोना काल के दौरान नागौर में होने वाले पशु मेले के आयोजन को लेकर जिले के प्रशासनिक अधिकारियों ने राज्य सरकार से मार्गदर्शन मांगा है। नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल भी इस मेले के आयोजन को लेकर सक्रिय दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया से वार्ता कर मेले की अनुमति देने की अपील भी की है। कोरोना की स्थिति को देखते हुए आगामी 2 फरवरी से आयोजित होने वाले मेले को लेकर स्थानीय अधिकारियों ने उच्चाधिकारियों का मार्गदर्शन मांगा है।
किसानों और पशुपालकों की आर्थिक स्थिति खराब
सांसद हनुमान बेनीवाल ने राज्य सरकार के सामने रामदेव पशु मेले को अनुमति दिलाने को लेकर कई दलीलें भी रखी हैं। उन्होंने कहा है कि अब तो लोगों ने वैक्सीनेशन भी करवा लिया है और मेला आयोजन स्थल के मैदान का क्षेत्रफल भी 200 बीघा से ज्यादा का है। उन्होंने कहा कि सरकार जब अन्य कार्यक्रमों के आयोजन को स्वीकृति दे रही है, तो इस मेले को क्यों नहीं? उन्होंने कहा कि कोरोना संकट काल में किसानों और पशुपालकों की आर्थिक स्थिति काफी प्रभावित हुई है, ऐसे में ये मेला उनके लिए काफी लाभकारी साबित होगा।
पिछले साल भी हुआ था आयोजन
गत वर्ष भी कोरोना के चलते मेले पर संकट आया था। पहले प्रशासन ने मेले को निरस्त करने का फैसला ले लिया था। किसानों और पशुपालकों की तरफ से चौतरफा उठती मांग के बाद मेले को अनुमति मिली और 19 फरवरी 2021 को मेले का विधिवत शुभारम्भ किया गया।