बीकानेर। राजस्थानी मायड़ भाषा की मान्यता को लेकर केन्द्र सरकार राज्य सरकार के मध्य उलझकर रह गई साथ ही राजस्थानी भाषा को लेकर कार्य करने वाले लोगों की निस्क्रियता ने राजस्थानी भाषा की शिक्षा ग्रहण कर नौकरी की आशा पर चल रहे नौजवान कल गांधी पार्क से पैदल मार्च करेंगे। सैसल मिडिया में राजस्थानी भाषा को लेकर होने जा रहे इस पैदल मार्च से नई उम्मीदों से देखा जा रहा है। हांलाकि राजस्थानी भाषा के मान्यता की स्वीकृति विधानसभा में कर चुकी है परन्तु लम्बे समय से केन्द्र सरकार ने इस मामले को उलझऐं रखा है। गत लोकसभा चुनाव से पूर्व स्थानीय सांसद केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम ने भाषा की मान्यता की स्वीकृति तत्काल दिलाने कि की थी। मंत्री ने तो राजस्थानी भाषा को लेकर समय समय पर आन्दोलनों से जुड़े रहे लोगों में से कुछ चापलुस तरह के नेताओं की झटनी कर अपने साथ दिल्ली भी ले गये। वहां पर उस समय के ग्रह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करवाई। उसके बाद अर्जुनराम मेघवाल चुनाव ही जीत गये केन्द्र में मंत्री भी बन गये परन्तु राजस्थानी भाषा मान्यता की बात आज भी अधरझुल में ही है।