जयपुर। कोरोना के आंकड़ें जरूर कम हो रहे है, लेकिन कोरोना से छुटकारा मिलने के बाद अब मरीज दूसरी बीमारियों से परेशान हो रहे है। जयपुर में कुछ ऐसे केस सामने आ रहे है, जो काफी गंभीर है। महात्मा गांधी अस्पताल के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर एवं हेड डॉक्टर पुनीत रिझवानी ने बताया कि कोरोना के बाद डायबिटिक पेशेंट की आंखों में फंगल इंफेक्शन न्यूकर माइकोसिस के केस सामने आ रहे है। पहले इस तरह के केस सालभर में एक-दो ही देखने को मिलते थे। लेकिन अब उन्होंने करीब पांच केस ऐसे देखे हैं, जिनमें पोस्ट कोविड मरीज को इस तरह का इंफेक्शन हो रहा है।

उन्होंने कहा कि यह बहुत खतरनाक इंफेक्शन हैं और समय पर सावधानी नहीं बरती तो यह काफी खतरनाक हो सकता है। उन्होंने बताया कि शुगर के मरीजों में यह बीमारी ज्यादा देखी जा रही है। इसका लक्षण आंखों में ंसूजन, सिर दर्द, धुंधला दिखाई देना है। साथ ही डॉक्टर रिझवानी ने बताया कि कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद भी लंग्स में फेब्रोसिस, जोड़ो में दर्द और गले में संक्रमण, हाथ-पैर में दर्द, स्टेमिना कमजोर होना, चिड़चिड़ापन जैसी बीमारियां सामने आ रही है।

बढ़ रहा कार्डियक अरेस्ट और स्ट्रॉक का खतरा
डॉक्टर्स के मुताबिक कोरोना पीरियड में यह देखने में आया कि मरीज कोरोना से ठीक हो चुका है। लेकिन, कई मरीज पोस्ट कोविड के दौरान उन्हें अचानक कार्डियक अरेस्ट और ब्रेन सट्रॉक हो रहा है। ऐसे में इससे बचाव के लिए जरूरी है कि समय-समय पर डी डाइमेर वेल्यूज करानी चाहिए। इस टेस्ट से पता चलता है कि खून कितना गाढ़ा है।