बीकानेर।पहले परीक्षा में धांधली को लेकर विवादों में आई रीट भर्ती परीक्षा में अब प्रमाणपत्रों की जांच में आंंच आ रही है। जिसके प्रमाण सामने आएं है। REET 21 लेवल 2 में नकल के मामलों की जांच अभी पूरी भी नहीं हुई है कि लेवल वन की भर्ती में फर्जीवाड़े के मामले सामने आ रहे हैं। अब तक चार ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें खुद केंडिडेट्स की ओर से पेश की गई मार्कशीट ही फर्जी पाई गई है। अब इन चारों के खिलाफ जांच करने के साथ ही सभी केंडिडेट्स के रिकार्ड की फिर से जांच हो रही है। दरअसल, प्रदेश के बाहर की युनिवर्सिटी से डिग्री करने वाले केंडिडेट्स के रिकार्ड की छानबीन बीकानेर में हो रही है। इसी दौरान हरियाणा के तीन केंडिडेट्स की रीट की मार्कशीट में गड़बड़ी मिली है। केंडिडेट्स की मार्कशीट में जो अंक दिखाए गए हैं, वो मूल अंक से ज्यादा है। उदाहरण के लिए अगर रीट में केंडिडेट ने 132 अंक प्राप्त किए हैं तो यहां पेश मार्कशीट में 140 अंक बताए हैं। डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के वक्त अधिकारियों ने रीट के मूल अंकों के साथ मिलान किया तो ये गड़बड़ी सामने आई। इनमें दो महिला केंडिडेट्स है जबकि एक पुरुष है। तीनों के खिलाफ अब पुलिस कार्रवाई भी हो सकती है। इसके अलावा जैसलमेर में भी ऐसा ही एक केस सामने आया है। उसकी भी छानबीन की जा रही है।
ऐसे होती है जांच
दरअसल, जहां डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन हो रहा है, वहां रीट में मिले मार्क्स की ओरिजनल लिस्ट है। केंडिडेट्स की ओर से पेश मार्कशीट के साथ ही ओरिजनल मार्कशीट के मार्क्स भी मिलाए जाते हैं। इसी दौरान स्पष्ट हुआ कि फर्जी मार्कशीट पेश की गई है। इन केंडिडेट्स को अपने मार्क अपलोड करने थे, इसी दौरान ये गलत मार्क्स अपलोड किए गए।
बाहरी डिग्री की विशेष जांच
राजस्थान से बाहर की डिग्री लगाने वाले केंडिडेट्स की डिग्रियों की विशेष रूप से जांच हो रही है। इसके लिए बकायदा टीम बनाई गई है जो संबंधित युनिवर्सिटी पर पहुंचकर भी रिकार्ड की छानबीन कर सकती है। इससे पहले भी भर्ती में इसी तरह रिकार्ड की छानबीन होती रही है।