बीकानेर।श्रीडूंगरगढ़ प्रशासन ने शुक्रवार को जाखासर गांव में बनी एक दुकान को अवैध बताते हुए तोड़ दिया। इस मामले में दो पक्षों में विवाद हो गया। ग्रामीणों ने प्रशासनिक अधिकारियों व पुलिस कर्मियों के सामने सरपंच को खरी खोटी सुनाई। मामला ज्यादा बढ़ता, इससे पहले पुलिस ने दोनों पक्षों को अलग कर दिया।श्रीडूंगरगढ़ के जाखासर में शुक्रवार दोपहर गांव की गुवाड़ में एक अवैध निर्माणाधीन दुकान का अतिक्रमण भारी विरोध बीच पूरी तरह से हटा दिया गया है। ग्राम पंचायत ने आम गुवाड़ में बस स्टैण्ड के पास हरिरामजी मंदिर के पास किए गए अवैध कब्जे को हटाने का प्रस्ताव लिया था। सरपंच ने उपखंड अधिकारी से जाब्ता मांग कर अवैध अतिक्रमण हटाने की मांग की थी, जिस पर कार्रवाई करते हुए उपखंड अधिकारी दिव्या चौधरी ने अतिक्रमण हटवाने के निर्देश दिए। थानाधिकारी वेदपाल शिवराण ने एएसआई ईश्वर सिंह को पुलिस दल के साथ मौके पर भेजा।बड़ी संख्या में मौके पर ग्रामीण एकत्र हो गए। कुछ ग्रामीण इस दुकान के आगे खड़े हो गए, ताकि जेसीबी नहीं चल सके। बाद में पुलिस ने जबरन इनको वहां से हटाया। इसके बाद जेसीबी का पंजा चालू हुआ और एक घंटे की मशक्कत के बाद पूरी दुकान को ध्वस्त कर दिया गया। दुकान मालिक व उसके समर्थकों ने मौके पर ही खड़े सरपंच को चेतावनी दी। दोनों पक्ष आमने सामने होने वाले थे। इसी दौरान पुलिस ने बीच बचाव करके उन्हें अलग किया। लंबे समय से इस अवैध निर्माण को तोड़ने की मांग उठ रही थी। ग्राम पंचायत की कार्रवाई में इसे तोड़ने का प्रस्ताव पारित किया गया।