बीकानेर, तेजी से बढ़ते कोविड संक्रमण के बाद भी राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों में अब तक 12वीं तक के स्कूलों को बंद करने का फैसला नहीं लिया है। हालात यह है कि कक्षा 1 से 8 तक के स्कूल भी सिर्फ 9 जिलों में बंद है, जबकि नए साल के आठ दिनों में कोरोना 13 गुना रफ्तार से बढ़कर 31 जिलों में अपना संक्रमण फैला चुका है। राजधानी जयपुर की हालत तो इससे भी बदतर है, यहां पर अब लिए जाने वाले जांच सैम्पल में हर सातवां सैम्पल संक्रमित मरीज का निकल रहा है। जानकारी के अनुसार, राज्य सरकार ने पिछले दिनों प्रदेश में फैलते कोरोना संक्रमण को देखते हुए एडवाइजरी जारी की थी। इसमें जयपुर और जोधपुर में कक्षा 1 से 8 तक स्कूलों को बंद कर बच्चों की पढ़ाई आॅनलाइन कराने के निर्देश दिए थे। शेष जिलों में यह अधिकार कलेक्टर को दिए गए थे। सरकार की एडवाइजरी जारी होने के बाद कई अन्य जिलों में भी कलेक्टर ने अपने स्तर पर निर्णय लेते हुए पहली से आठवीं तक की कक्षाएं 16 जनवरी तक बंद करने का निर्णय लिया है।
इन जिलों में हुए स्कूल बंद
अब तक तकरीबन नौ जिलों जयपुर, जोधपुर, सवाई माधोपुर, हिंडोन, करौली, धौलपुर, बीकानेर, जोधपुर, उदयपुर और बांसवाड़ा में जिला प्रशासन ने पहली से आठवीं तक के स्कूल बंद करने का निर्णय लिया है। शेष 24 जिलों में फिलहाल इस प्रकार को कोई निर्देश जारी नहीं हुए हैं।
12वीं तक बंद करने की मांग
इन सबके बीच अब प्रदेश के सभी जिलों में पहली से 12वीं तक के स्कूलों को बंद किए जाने की मांग तेज हो गई है। ना केवल अभिभावक बल्कि कई शिक्षक संगठन भी अब यह मांग उठा रहे हैं। उनका कहना है कि भले ही बच्चों के वैक्सीनेशन की शुरुआत कर दी गई हो, लेकिन हालात जिस तरह से बिगड़ रहे हैं ऐसे में स्कूल बंद किए जाने ही चाहिए।
राजस्थान शिक्षक संघ राधाकृष्णन के ज़िला अध्यक्ष केलाश् सैन और राजस्थान प्राथमिक और माध्यामिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष शशि भूषण शर्मा ने कहा कि कोविड संक्रमण लगातार बढ़ रहा है सरकार को तुरंत स्कूल बंद करने चाहिये।
14 जिलों की हालत खराब
प्रदेश की राजधानी जयपुर समेत 14 जिले ऐसे हैं जहां संक्रमण तेज गति से बढ़ रहा है। इन जिलों में अलवर, अजमेर, उदयपुर, बीकोनर, कोटा, भरतपुर, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, सवाईमाधोपुर, सीकर, बाड़मेर, प्रतापगढ़ और सिरोही शामिल है। इन सभी जिलों में 100 से ज्यादा संक्रमितों का इलाज चल रहा है।