बीकानेर। राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेज में वेतन-भत्तों को लेकर बेमियादी धरना जारी है। राज्य सरकार द्वारा बजट में प्रावधान सुनिश्चत नहीं करने पर स्टाफ ने कामकाज का बहिष्कार किया। मंगलवार को स्टाफ ने सामूहिक इस्तीफे सौंपे।अभियांत्रिकी महाविद्यालय शिक्षक संघ (रेक्टा) के अध्यक्ष डॉ शौकत अली ने बताया कि बताया कि प्रदेश के सभी इंजीनियरिंग कॉलेज में वेतन-भत्तों को लेकर समस्याएं कायम हैं। ज्यादातर कॉलेज सेल्फ फाइनेसिंग स्कीम में संचालित हैं। कॉलेज को पृथक बजट नहीं मिलता। तकनीकी शिक्षा विभाग को ब्लॉक ग्रांट देने का प्रस्ताव भेजा गया था। बजट घोषणा में कोई प्रावधान नहीं किया गया। इसके चलते शिक्षकों-कर्मचारियों ने शैक्षिक और प्रशासनिक कामकाज का बेमियादी बहिष्कार जारी है।
सौंपे सामूहिक इस्तीफे
कार्य बहिष्कार के क्रम में मंगलवार को इंजीनियरिंग कॉलेज स्टाफ ने प्राचार्यों को सामूहिक इस्तीफे सौंपे। शिक्षाकर्मियों ने कहा कि तत्कालीन सरकार ने अजमेर सहित कुछ इंजीनियरिंग कॉलेज के सरकारी समायोजन का फैसला किया था। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। सेल्फ फाइनेंसिंग स्कीम में संचालित महिला इंजीनियरिंग कॉलेज में सरकारी फीस भी लागू नहीं की गई है। सरकार को सभी इंजीनियरिंग कॉलेज को अपने अधीन लेकर स्टाफ का समायोजन करना चाहिए।