बीकानेर। इन दिनों माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान की बारहवीं कक्षा के प्रेक्टिल एग्जाम चल रहे हैं। एग्जाम की चैकिंग के लिए उडऩदस्ते भी गठित किए गए हैं। मंगलवार को जब उडऩदस्ता बीकानेर जिले के नोखा स्थित श्री विलेश्वर आदर्श शिक्षण संस्थान सीनियर सैकण्डरी स्कूल में पहुंचा तो वहां खुले आम नकल की जा रही थी। परीक्षक के रूप में तैनात किए गए भूगोल व्याख्याता नवीन चन्द्र यादव भी वहां मौजूद नहीं थे। बोर्ड सचिव मेघना चौधरी ने बताया कि उडऩदस्ते के अधिकारियों ने बच्चों द्वारा की जा रही नकल की विडियोग्राफी करवाई। इसके बाद बोर्ड को इसकी रिपोर्ट सौंपी गई। बोर्ड ने तुरंत स्कूल की परीक्षा स्थगित करने और कॉलेज निदेशालय को कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेजी। इसके आधार पर कॉलेज निदेशालय ने बीकानेर के श्री करणी सीनियर सैकण्डरी स्कूल, देशनोक के भूगोल व्याख्याता नवीन चन्द यादव को तुरन्त निलम्बित कर दिया और उनका मुख्यालय बीकानेर माध्यमिक शिक्षा निदेशालय रखा है।
प्रेक्टिल में आने वाले एक्जामिनर से अच्छे नम्बरों की प्राप्ति के लिए महंगे गिफ्ट और नगदी तक देने की परिपाठी पिछले कई सालों से चली आ रही है। अक्सर यह देखा जाता रहा है कि प्रेक्टिल लेने जाने वाले एग्जामिनर पहले से ही स्कूल प्रबंधन को अपनी फरमाईश रख देते हैं। इस परिपाठी का अंत अवश्य होना चाहिए। यदि कोई लालची लेक्चरर नहीं मानें तो स्कूल प्रबंधन एसीबी की भी मदद ले सकता है और ऐसे लोगों को शिक्षा प्रणाली से दुर करके जेल के सीखचों के पीछे भिजवाएं। आज नोखा में हुई इस कार्यवाही के लिए बोर्ड की सचिव मेघना चौधरी और उडऩदस्ते की पूरी टीम बधाई की पात्र है। मैं सचिव चौधरी से आग्रह करना चाहूंगा कि सभी प्रेक्टिल एग्जाम में ऐसी ही सख्ती अपनाएं जिससे कि लेक्चरर द्वारा चलाई जा रही यह परिपाठी बंद हो और स्टूडेंटस को उनकी मेहनत के अंक मिल सके ना कि रूपए देकर वह अंक प्राप्त करे।