लू के थपेड़े शुरू होते ही बीकानेर जस्सूसर गेट बाहर की सुनी पड़ी सड़के। फोटो- मनोज मुंधड़ा
बीकानेर। बीकानेर में सूर्यदेव ने आग उगलनी शुरू कर दी है। दोपहर में ही तापमान इतना चढ़ जाता है कि रात होते-होते भी इसका असर खत्म नहीं हो रहा। बीती रात प्रदेश के बांसवाड़ा में सबसे ज्यादा न्यूनतम तापमान 26.9 डिग्री सेल्सियस रहा, इसके बाद दूसरे नंबर पर बीकानेर और जोधपुर रहे। इन दोनों जिलों में रात का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहा। एक अप्रैल से स्कूलों का समय बदल जाएगा। सरकारी व प्राइवेट स्कूल में जाने वाले स्टूडेंट्स को सुबह थोड़ा जल्दी स्कूल जाना होगा। वहीं सरकारी ऑफिस में काम करने वाले कार्मिकों को कोई राहत नजर नहीं आ रही है। मौसम विभाग की भविष्यवाणी के मुताबिक ही पश्चिमी राजस्थान में गर्मी जोर पकड़ती जा रही है। मंगलवार को तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा तो बुधवार को भी बीकानेर में गर्मी ने कोई राहत नहीं दी। अब तापमान फिर 41 व 42 डिग्री सेल्सियस के बीच ही रह रहा है। दोपहर तक इसमें बढ़ोतरी हो सकती है। आमतौर पर दोपहर तीन बजे बाद पारा गिरना शुरू हो जाता है लेकिन इस बार देर रात तक तापमान में गिरावट का असर नजर नहीं आ रहा है। तेज गर्मी ने पिछले कई सालों का रिकार्ड तोड़ दिया है। बीकानेर शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी गर्मी का असर सड़कों पर नजर आ रहा है। गांवों की चौपाल पर अब शाम छह बजे बाद ही लोग नजर आ रहे हैं, जबकि दोपहर में शहर की सड़कें भी सूनी हो रही है।