बीकानेर। भारतीय कृषि कौशल परिषद नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित ‘‘जैविक उत्पादक’’ विषय पर आयोजित 21 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन, कृषि अनुसंधान केन्द्र, बीकानेर के सभागार में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अनुसंधान निदेशक डॉ. पी. एस. शेखावत ने जैविक खेती प्रणाली के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डालते हुए, जैविक खेती की आधुनिक तकनीकों को अपनाकर जैविक उत्पादन की सतत् उत्पादन क्षमता को बढ़ाने एवं प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे क्षेत्रीय निदेशक अनुसंधान डॉ.एस.आर. यादव ने जैविक उत्पादन में मृदा की जीवन्ता पर विस्तृत रूप से चर्चा करते हुए, पादप पोषण में जैविक खादों की महत्ता पर प्रकाश डाला। निदेशक भू-सादृश्यता डॉ. दाताराम ने जैविक तरीको से व्याधियों के नियंत्रण पर प्रकाश डालते हुए, ट्राइकोडर्मा उत्पादन तकनीक एवं उपयोग विधि के बारे में बताया। कार्यक्रम में प्रशिक्षण प्रतिभागी रघुराज सिंह एवं मूल सिंह ने प्रशिक्षण के अनुभव साझा करते हुए, कृषि में अन्धाधुन्ध रासायनों के प्रयोग को कम करने एवं जैविक उत्पादों का अधिक से अधिक प्रयोग कर, जल, वायु, भूमि को बचाते हुए फसल उत्पादन करने की शपथ ली। कार्यक्रम में डॉ. रणवीर यादव, डॉ. सुशील खारिया, डॉ. शीरिष शर्मा, डॉ. अर्जुन यादव आदि उपस्थित रहे। डॉ. बी. डी. एस. नाथावत ने मंच संचालन किया तथा डॉ. पी.एस.चौहान ने सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।