बीकानेर। देवस्थान आयुक्त की अनियमितता से बीकानेर देवस्थान के अधीनस्थ मंदिरों के पुजारी मंदिर प्रॉपर्टी का उपयोग अपने हितो को ध्यान में रखते हुवे कर रहे है। शहर में अनेको ऐसे मंदिर है जिसकी प्रॉपर्टी का उपयोग गलत तरिके से किराया वसूली कर रहे है। जानकारी में आया है कि जग्गनाथ मंदिर के पुजारी की शिकायत वहां के निवासियों ने कर राखी है। परन्तु इस शिकायत पर विभाग के आयुक्त ने आखे मूंद रखी है। इसका नतीजा है कि जग्गनाथ मंदिर के चार दीवारी परिसर के बाहर थड़ी, गाड़े लगवाकर किराया वसूली किया जा रहा है। यह पैसा विभाग के खाते में न जाकर पुजारी व देवस्थान विभाग अधिकारियो की मिलीभगत से पैसो का दुरूपयोग किया जा रहा है। साथ ही इन थड़ी गाड़ा वालो को मंदिर के बिजली कनेक्शन से अनियमितता कर बिजली दी जा रही है। यह खर्चा विभाग भुगत रहा है। इसके पैसे खुर्द बुर्द किये जा रहे है।
बताया जा रहा है कि मंदिर प्रांगण की खुली जमीन भी पुजारी परिवारों ने अपने निजी मकान बना कर काबिज हो चुके है। इसकी स्वीकृति किसने दी उस अधिकारी के खिलाफ जाँच कर विभागीय क़ानूनी कार्यवाही की जाने की आवश्यकता है। मोहल्लेवासियो का आरोप है कि मंदिर के खुले मैदान में बच्चों को खेलने से पुजारी द्वारा रोका जाता है। इस बात को लेकर मोहल्लेवासियों ने पुजारी की शिकायत देवस्थान आयुक्त को कर रखी है परन्तु आयुक्त ने शिकायतकर्ता की बात को अनदेखा कर रखा है। इस खुली पड़ी जमीन पर बच्चों को खेल से रोका जाता है परन्तु उस जमीन पर दुपहिया व चौपहिया वाहनों की पार्किग करवाई जाकर पैसे वसूले जाते है। इस तरह मंदिर परिसर का मन मर्जी का उपयोग कर चौथ वसूली की जा रही है।