बीकानेर। शहर में लगातार गहराते कोविड प्रकोप के बीच शनिवार को बीकानेर में 39 नए रोगी रिपोर्ट हुए हैं। इसके साथ ही अप्रैल के तीन दिनों में 92 रोगी रिपोर्ट हो चुके हैं। मतलब यह कि हर दिन औसतन 31 नए रोगी। रोगियों का यह आंकड़ा मार्च के प्रतिदिन औसतन पांच से छह गुना ज्यादा है। इस रफ्तार से एक महीने के कुल रोगियों की संख्या सात दिन में ही दोगुना होने की रफ्तार पर कोरोना पहुंच गया है।

यह स्थिति तब है जबकि 28 लाख की आबादी वाले जिले में औसतन 613 सैंपल ही प्रतिदिन लिए जा रहे हैं। इनमें से भी बीकानेर परकोटे में सैंपल की संख्या अब भी बहुत कम है जहां कोविड का प्रकोप गहराने की सर्वाधिक आशंका है।

ऐसे में चिंता और खतरा दोनों ही बढ़ गया है। लोगों को खुद ही बचने के लिए ज्यादा सतर्क होना होगा। खासतौर पर परकोटे और इससे सटते शहर में जहां सैकड़ों प्रवासियों ने हजारों लोगों की भीड़ के साथ होली मनाई है। अब यहां से ऐसे इक्का-दुक्का रोगी रिपोर्ट होने लगे हैँ जो खुद पीबीएम हॉस्पिटल ओपीडी या जिला हॉस्पिटल में जाकर काफी प्रयासों के बाद सैंपल करवाने में सफल हो पा रहे हैं। शहरी डिस्पेंसरियों में सैंपलिंग शुरू होने पर पॉजिटिव का आंकड़ा कई गुना बढ़ सकता है।

इतना ही नहीं जो पॉजिटिव रिपोर्ट हो चुके हैं वे भी अपने घरों में ही हैं। इनकी नियमित जांच और मास्क-दूरी की पड़ताल्र का इंतजाम स्वास्थ्य विभाग अभी नहीं कर पाया है। ऐसे अधिकांश लोगों का कहना है कि पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद एकबारगी फोन जरूर आया मगर परिवार के बाकी सदस्यों की स्क्रीनिंग करने कोई नहीं पहुंचा।