देवेन्द्र वाणी न्यूज़, बीकानेर। भाजपा की ओर से प्रदेश में की गई प्रत्याशियों की सूची के बाद से ही विरोध के स्वर जोर पकड़ते नजर आ रहे है। हालाँकि भाजपा डैमेज कंट्रोल की पुरजोर कोशिश करने में लगी है। सूत्रों का कहना है कि इस हफ्ते के आखिर में होने जा रही कोर कमेटी और केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में भारी बगावत वाली सीटों की समीक्षा कर पार्टी टिकटों में बदलाव का निर्णय ले सकती हैं। हालांकि, पार्टी के एक बड़े पदाधिकारी का कहना है कि किसी विरोध प्रदर्शन के दबाव में पार्टी निर्णय बदलने वाली नहीं है। इससे अन्य सीटों पर भी विरोध प्रदर्शन को बढ़ावा मिलेगा।

चित्तौड़गढ़ में दो बार के विधायक चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट कटने पर उनके समर्थक सडकों पर उतरकर विरोध जता रहे हैं। इस सीट पर 5 बार के विधायक नरपत सिंह राजवी को टिकट मिलने का विरोध हो रहा है। विद्याधरनगर सीट से टिकट कटने पर नाराज चल रहे राजवी को पार्टी ने चित्तौड़गढ़ से उतारा, लेकिन यहां भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इसी तरह सांसद देवजी पटेल को सांचौर से उम्मीदवार बनाए जाने पर एक वर्ग विरोध कर रहा है।

जयपुर की सांगानेर सीट से अशोक लोहाटी का टिकट कटने पर भी विरोध हो रहा है। सूत्रों का कहना है कि पार्टी जिन सीटों पर उम्मीदवारों का विरोध हो रहा है, वहां तमाम बिंदुओं पर समीक्षा कर निर्णय लेगी। अगर पार्टी को समय रहते टिकट में बदलाव जरूरी लगा तो प्रत्याशी बदला जा सकता है। हालांकि, अभी तक मामला समीक्षा तक का ही है। समीक्षा के बाद ही पार्टी तय करेगी कि प्रत्याशी बदले जाएंगे या नहीं।