देवेंद्र वाणी न्यूज़

प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यूके और यूरोपीय देशों में फैल रही कोरोना की दूसरी लहर को लेकर चिंता जताई है। सोमवार को कोविड-19 की समीक्षा बैठक के दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि केंद्र की ओर से जारी आदेशों के अनुसार वैक्सीन भंडार के लिए अस्पतालों के साथ-साथ स्कूल-कॉलेज भवनों को चिन्हित किया जाए।

गहलोत ने कहा कि केन्द्र सरकार कोविड-19 के लिए सभी नागरिकों को निशुल्क वैक्सीन लगाने की स्पष्ट घोषणा करे। सही समय पर जानकारी देने से आमजन के बीच वैक्सीन की कीमत और उपलब्धता के बारे में भ्रम की स्थिति दूर होगी। उन्होंने कहा कि महामारी और उसके गम्भीर आर्थिक प्रभावों के कारण बड़ी संख्या में आबादी वैक्सीन की कीमत चुकाने की स्थिति में नहीं है।

अधिकारी टीकाकरण पर फोकस करे, राजस्थान माॅडल बने

गहलोत ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को प्रदेश में टीकाकरण के लिए जमीनी स्तर तक बेहतरीन प्रबंध करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 विश्वव्यापी महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए राजस्थान में की गई शुरूआती तैयारी के चलते प्रदेश माॅडल राज्य बना। अब तक के कोरोना प्रबंधन की तर्ज पर ही हमें वैक्सीनेशन पर फोकस कर ऐसी तैयारी करनी चाहिए कि वैक्सीन प्रबंधन में भी राजस्थान माॅडल बने।

नए साल का जश्न घर पर ही मनाएं, आतिशबाजी पर रहेगी रोक
गहलोत ने प्रदेश की जनता का आह्वान किया है कि दीपावली के त्यौहार की तरह ही नववर्ष का जश्न भी घरों के अन्दर रहकर अपने परिवार के साथ मनाएं, ताकि कोविड-19 के संक्रमण से बचाव हो सके। स्वयं की, अपने परिजनों और आमजन के जीवन की रक्षा के लिए यह जरूरी है। गहलोत ने कहा कि नववर्ष के दृष्टिगत आगामी कुछ सप्ताहों के दौरान पूरे प्रदेश में भीड़ में इकट्ठा होने, सामूहिक आयोजनों और आतिशबाजी आदि पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।

रात्रिकालीन कफ्र्यू जारी रहेगा तथा सड़कों और अन्य सार्वजनिक जगहों पर पुलिस की गश्त तथा कार्रवाई अधिक सख्त होगी। उन्होंने लोगों में संक्रमण से बचाव की जागरूकता के उद्देश्य से स्वायत्त शासन विभाग को ‘कोविड-19 के विरूद्ध जन आंदोलन’ की अवधि 31 जनवरी तक बढ़ाने के निर्देश दिए।