देवेन्द्र वाणी न्यूज़, बीकानेर। विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपने प्रत्याशियों के नाम की दूसरी सूची का ऐलान कर दिया है। जिसमे बीकानेर पश्चिम से जेठानन्द व्यास वही बीकानेर पूर्व से सिद्धीकुमारी के नाम पर मोहर लग चुकी है। हालांकि इस ऐलान के साथ ही पार्टी में बगावत के सुर भी उठने का खतरा मंडरा रहा है। टिकट बंटवारे के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओ में नाराजगी नजर आने लगी है। नाराज कार्यकर्ता टिकट न मिलने की वजह से हताश है और चुनाव में क्या अपना रंग दिखाएंगे ये तो वक़्त ही बताएगा। बात बीकानेर पश्चिम की करे तो भाजपा से गोकुल जोशी, अविनाश जोशी, अरुण आचार्य, वेद व्यास सहित कई नेता है जो टिकट की आस लगाए बैठे थे किन्तु टिकट तो मिलनी एक को थी। जानकारों की सूचना के अनुसार इस बार भाजपा में बीकानेर पश्चिम की टिकट संघ के खाते की बताई जा रही है क्योकि जेठानन्द व्यास का भाजपा का ज्वाइन करना और फिर टिकट मिलना ये सभी मानो पहले से बना बनाया खेल था जिसके शिकार पार्टी के ही कार्यकर्ता हुवे है जो दावेदारी कर टिकट की आस लिए बैठे थे। अब देखना ये है कि बीजेपी आने वाले बागी तेवर वाले कार्यकर्ताओं को शांत करने के लिए एक टीम बनाती है या कोई और तरीका अपनाती है। वही दूसरी ओर बीकानेर पूर्व विधान सभा क्षेत्र की बात करे तो कुछ दिनों से चर्चा थी की इस बार सिद्धि बाईसा का टिकट कटेगा और इसका कारण था कि अपने क्षेत्र से तीन बार जीतने के बाद भी भाजपा की पहली सूची में नाम वंचित रहना चर्चा यह भी थी की इस बार भाजपा की मंशा सिद्धीकुमारी की जगह केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम के चहेते को टिकट दी जाएगी पर कोई ठोस कारण न होने के कारण ही शायद पार्टी ने चौथी बार सिद्धीकुमारी पर डाव खेला है। बीकानेर पूर्व से महावीर रांका टीम ने भी उनके आवास पर पहुंचकर पार्टी नेतृत्व के फैसले पर रोष जताया और महावीर रांका के समर्थन में नारेबाजी की। इनका कहना था कि पार्टी लगातार एक ही एक व्यक्ति को टिकट दे रही है। पार्टी को जनसेवा करने वाले व्यक्ति को मौका देना चाहिए। टीम महावीर रांका के सदस्यों ने पूरजोर मांग उठाई। अब देखना ये है बगावत के स्वर तेज होते है या भितरघात ये तो आने वाला समय ही बताएगा।