बीकानेर, अगर आप केईएम, डाकघर से कीर्तिस्तंभ चाैराहा हाेते हुए गंगानगर राेड जाना चाहते हैं या शार्दूल सिंह सर्किल से नगर निगम हाेते हुए कहीं जाना चाहते हैं ताे आपके दाे किलोमीटर लंबा चक्कर लगाना हाेगा। म्यूजियम चौराहा हाेकर आप जाएं क्याेंकि जूनागढ़ की खाई के पास, गवर्नमेंट प्रेस के सामने और जूनागढ़ के ठीक सामने रास्ते बंद हैं। स्थिति ये है कि पांच साै मीटर का रास्ता तय करने के लिए तीन लाेगाें काे दाे किलाेमीटर लंबा चक्कर लगाना पड़ रहा है। पिछले करीब तीन महीने से जनता परेशान है। रतन बिहारी पार्क से आते वक्त फर्नीचर की दुकानों के सामने दो महीने पहले जब से खाई टूटी तब से रास्ता बंद है। जैसे-तैसे खाई की दीवार और नाला सही हुआ लेकिन सड़क नहीं बनी। तीन फीट गहरे गड्ढे हैं। रात के समय राेजाना हादसे हा़े रहे हैं। जूनागढ़ के सामने भी पिछले दस दिन से रास्ता जाम पड़ा है। सीवरेज कार्य के कारण सूरसागर वाला यह मार्ग डायवर्ट कर दिया गया है। गवर्नमेंट प्रेस राेड के भी ऐसे ही हालात हैं। दाे जगह से सीवर लाइन धंसी हुई है। मरम्मत अब तक शुरू नहीं हा़े सकी। जनता काे अभी कुछ दिन और यह परेशानी झेलनी हाेगी।
मंत्री-विधायक सत्ता के फेर में, जनता को सुने कौन?
मंत्रिमंडल गठन के बाद कांग्रेस के तीनाें विधायक मंत्री बने। उम्मीद थी कि अब बीकानेर का विकास हाेगा लेकिन दाे दशक में पहली बार ऐसी दुर्दशा लाेगाें ने देखी क्याेंकि शहर के हालात के लिए तीन में से एक भी मंत्री ने सवाल नहीं उठाए। प्रशासनिक अधिकारियाें से नहीं पूछा कि आखिर तीन-तीन महीने तक सड़कें क्याें बंद हैं। विपक्ष ज्ञापन देकर अपनी जिम्मेवारी पूरी कर रहा है। भुगतना जनता काे पड़ रहा है। मेयर का पहले से आयुक्त से विवाद है ताे वे भी माैके पर नहीं जा रही। अधिकारी मनमर्जी कर रहे हैं।
काम छाेड़ इंदिरा रसाेई में व्यस्त हुआ ठेकेदार
जिस ठेकेदार के पास जूनागढ़ की खाई के पास सड़क बनाने का काम मिला है उसी ठेकेदार काे इंदिरा रसाेई का भी ठेका मिल गया। नगर निगम अधिकारियाें ने सड़क का काम छाेड़ उसे इंदिरा रसाेई में लगा दिया। इसलिए सड़क काम ही अब तक शुरू नहीं हाे पा रहा है।
इन रास्ताें से गुजरने वाले 50 हजार वाहन चालक गलियों से निकलते हैं
जूनागढ़ के सामने रास्ता बंद हाेने से बड़े-बड़े वाहन छाेटी गलियाें से गुजर रहे। लाेगाें ने फाेर्ट डिस्पेंसरी के पास धाेबी धाेरा माेहल्ले, हनुमान हत्था से निकलने का रास्ता बना लिया है। गली में राेज हजाराें वाहन गुजर रहे हैं। गलियाें में ही जाम लगने लगा है। छाेटे-छाेटे बच्चाें काे खतरा बना हुआ है। वायु प्रदूषण के कारण लाेगाें का सांस लेना दूभर हाे गया है। यहां ना ताे ट्रेफिक पुलिस ने रास्ता राेका ना पुलिस इंतजाम संभाल रही। इस साल बारिश ज्यादा हुई ताे दिक्कत भी ज्यादा हुई है। खाई वाला काम हाे गया लेकिन जिस ठेकेदार काे सड़क बनानी है उसके पास इंदिरा रसाेई का भी टेंडर है इसलिए देर हाे रही। सीवरेज का काम एक्सईएन राजीव गुप्ता देख रहे हैं। जूनागढ़ के सामने सीवरेज का काम जल्दी पूरा हाेने की संभावना है। गवर्नमेंट प्रेस के सामने टेंडर किया है। काम जल्दी शुरू हाे जाएगा।