बीकानेर, नहर बंदी खत्म होने के बाद भी बीकानेर के कई मोहल्लों में पीने का पानी नहीं पहुंच रहा है। ऐसे में क्षेत्र के लोगों को इस गर्मी में मटकियां फोड़कर और टंकी पर चढ़कर विरोध प्रदर्शन करना पड़ रहा है। हालांकि इसके बाद भी प्रशासन की ओर से कोई राहत नहीं मिल पा रही है। वाल्मीकि बस्ती क्षेत्र के लोगों ने शनिवार सुबह विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान जलदाय विभाग के जेईएन ऑफिस पहुंची क्षेत्र की महिलाओं ने मटकियां फोड़ी। लाइन पुलिस के पास स्थित पानी की टंकी पर पहुंची महिलाओं और बच्चों ने टंकी पर चढ़कर विरोध दर्ज कराया। यहां महिलाओं ने पहले अधिकारियों को घर की खाली मटकियां दिखाई। आरोप लगाया कि अधिकारियों की लापरवाही के चलते पानी नहीं मिला। इसके बाद मटकियां ऑफिस के बाहर ही फोड़ दी। इसी एरिया के लोगों ने पिछले दिनों रास्ता रोककर विरोध किया था, तब भी आश्वासन दिया गया था कि जल्द आपूर्ति सही होगी।
नत्थूसर गेट टंकी पर समस्या: नत्थूसर गेट टंकी से जुड़े एरिया में भी पानी नहीं आ रहा है। ब्रह्मपुरी, चूनगरो का मोहल्ला, डीडू सिपाहियान, बिन्नाणी चौक, दुजारी गली मोहल्लों में पानी नहीं आ रहा है। बूस्टर के कारण पानी पूरा नहीं आ रहा। क्षेत्र के राजेश दुजारी ने बताया कि लोग बूस्टर चला रहे हैं, ऐसे में पानी नहीं आ रहा। नहर बंदी खत्म होने के बाद एक बार भी पानी पूरा नहीं आया है।
नहर बंदी के बाद भी : इंदिरा गांधी नहर बंदी खत्म होने के बाद शोभासर और बीछवाल दोनों जलाशयों में पानी आ गया है। इसके बाद भी टेल तक पानी नहीं पहुंच रहा है। कई कच्ची बस्तियों और मुख्य मोहल्लों में पानी नहीं आ रहा है। आरोप है कि असमान वितरण के कारण क्षेत्र के लोगों को पानी नहीं मिल रहा है। कुछ क्षेत्रों में पानी ज्यादा दिया जा रहा है जबकि कुछ बस्तियों में पानी कम पहुंच रहा है।