देवेन्द्र वाणी न्यूज़, बीकानेर। शिक्षा का समान अवसर मुहैया करवाने के उद्देश्य से मोदी विश्वविद्यालय आरएएस,पीपीएस और आईएएस जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी विवि कैम्पस में ही करवाएगा। इसके लिये इस सत्र से नई दिल्ली की प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान संकल्प के साथ अनुबंध किया गया है। पत्रकारों को जानकारी देते हुए विवि के निदेशक प्रो राजीव माथुर ने बताया कि ऐसा करने से विद्यार्थियों को स्नातक के दौरान ही तैयारी का बेहतर अवसर प्रदान हो सके। माथुर ने बताया कि नये सत्र से तीन नये कोर्सज शुरू किये जा रहे है। इसमें डिप्लोमा इन फॉर्मेसी,मस्ट एकेडमी ऑफ सिविल सर्विसेज तथा ऑनलाइन स्नातक पाठ्यक्रम प्रमुख है। इसके साथ साथ रोजगारपरक शिक्षा से संबंधित कोर्सज के जरिये अधिकाधिक विद्यार्थियों को प्लेसमेंट के अवसर प्रदान करने वाले पाठ्यक्रम भी चल रहे है। इसके माध्यम से अब तक हजारों विद्यार्थियों को प्लेसमेंट की व्यवस्था करवाई जा चुकी है। स्कूल ऑफ लिबरल आर्टस एंड साइसेज के डीन प्रो जितेन्द्र बिनवाल ने बताया कि विश्वविद्यालय की विशेष छात्रवृति योजना के तहत, पुलिस,सेना और अर्द्धसैनिक बलों में कार्यरत या सेवानिर्वत्त जवानों के बच्चों को पूरी पढ़ाई के दौरान ट्यूशन फी में 35 प्रतिशत की छात्रवृति प्रदान की जाएगी। विश्वविद्यालय के कैरियर डेवलपमेंट सेल द्वारा छात्राओं को इंटनशिप एवं प्लेसमेंट का भी अवसर प्रदान करती है। विभिन्न संकाय की छात्राओं को उनकी दक्षता के अनुसार देश विदेश की नामी गिरामी कम्पनियों में कार्य करने का अवसर मिलता है। छात्राओं को बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालय ने कई इंटरनेशनल कॉलेबोरेशन भी किया है। मोदी विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ऐटिकेट एंड फिनीशिंग में छात्राओं को कई तरह के स्किलस सिखाये जाते है जो इन्हें हर माहौल के अनुकूल बनाता है। इसके साथ ही विशेष इंगलिश लैंग्वेज ट्रेनिंग कैम्प का भी आयोजन करती है ताकि बच्चे इंटरव्यू में बेहतर प्रर्दशन कर सकें। छात्राओं के सर्वागिण विकास में शिक्षा के साथ साथ अन्य पाठ्येत्तर गतिविधियों की भी अहम भूमिका रहती है और इसके विकास के लिए विश्वविद्यालय स्पॉटस, घुड़सवारी, एनसीसी, एनएसएस जैसे माध्यम छात्राओं को मुहैया कराती है। मोदी विश्वविद्यालय शिक्षा के साथ संस्कार की जरूरत को समझते हुए छात्राओं को योगा, मेडिटेशन जैसे कार्यक्रमों से भी जोड़ कर रखती है ताकि छात्राएं हर परिस्थिती का सामना धैर्य एवं मजबूत मानसिकता के साथ कर सके। छात्राओं को वर्तमान टेक्नोलॉजी से रूबरू रखने के लिए विश्वविद्यालय में आधुनिक सुख सुविधाओं से युक्त इनक्यूबेशन सेंटर की भी स्थापना की गयी जिसमें छात्राएं उद्यमिता एवं स्टार्ट अप के सभी गुर को सिखती और आजमाती है। इसके साथ ही माइक्रोसॉफट, सिस्को, आइबीएम. इन्फोसिस जैसे साफटवेयर कम्पनियों ने भी विश्वविद्यालय का कोलेबोरेशन है, ये कम्पनियों छात्राओं को वर्तमान टेक्नॉलाजी से अवगत कराते रहती है ताकि छात्राएं भविष्य की तकनिक के अनुरूप खुद को तैयार कर सके ।

ये कोर्स चल रहे है विवि में माथुर ने बताया कि इस समय मोदी विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट्स एंड साइसेंस, स्कूल ऑफ इंजिनयरिंग, स्कूल ऑफ लॉ, स्कूल ऑफ डिजाइन एवं स्कूल ऑफ बिजनेस में विभिन्न स्नातक एवं स्नातकोत्तर के साथ पीएचडी के भी कोर्स कराये जाते हैं । विश्वविद्यालय में कई स्किल बेस्ड कोर्सेस मसलन डेटा साइंस, मशीन लर्निंग, फॉरेनसिक साइंस, फूड एंड न्यूट्रीशयन, फिजयोथेरेपी, जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन, बॉयोमेडिकल एवं न्यूक्लियर साइंस एंड टेक्नोलॉजी जैसे सरीखे कोर्स जो कि पूर्णत: कौशल आधारित है और छात्राओं को बेहतर भविष्य की ओर ले जाता हैं। छात्राओं को रोजगारोन्मुख बनाने के लिए विश्वविद्यालय ने वर्तमान सत्र से डी फार्मा कोर्स की भी शुरूआत की। सभी वर्गों को शिक्षा का समान अवसर मुहैया कराने के उददेश्य से विश्वविद्यालय ने ऑनलाईन माध्यम की भी शुरूआत की है जिसके अर्न्तगत बीए, बीकॉम, एम कॉम के साथ ही एमबीए और साथ छात्र भी दाखिला ले सकते है।