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बीकानेर भाजपा ने कलॅक्टर कार्यालय पर किया विरोध-प्रदर्शन, दिया ज्ञापन

प्रदेश में विगत 5 माह के कांग्रेस शासन के दौरान घटित आपराधिक घटनाओं, महिला उत्पीडन व सामूहिक दुष्कर्म की हृृदय विदारक घटनाओं के विरोध में गुरूवार को बीकानेर कलक्टर कार्यालय पर शहर जिलाध्यक्ष डॉ सत्यप्रकाश आचार्य एवं देहात जिलाध्यक्ष एवं विधायक बिहारीलाल विश्नोई के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओ एवं पदाधिकारियो द्वारा राज्य सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम के माध्यम से राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया।

ज्ञापन में अलवर के थानागाजी में 26 अप्रैल को हुई वीभत्स घटना को लेकर राज्य सरकार को तुरन्त कार्यवाही करते हुए शेष सभी अपराधियों को गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने एवं दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही कराने तथा पीडि़त परिवार को सुरक्षा व आर्थिक सहायता उपलब्ध करवायी जाने की मांग की गई।

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गंगाथियेटर के आगे एकत्रित हुए कार्यकर्ताओ को सम्बोधित करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ सत्यप्रकाश आचार्य ने कहा कि प्रदेश की असंवेदनशील सरकार ने जनता का विश्वास खो दिया है। राजनीतिक नुकसान से बचने के लिये कांग्रेस सरकार ने थानागाजी अलवर दुष्कर्म मामले को दबाये रखा। उन्होने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पार्टी असंवेदनशील तथा महिला विरोधी है। इस सरकार में आम जनता में भय और अपराधियों में विश्वास बढ़ रहा है।
भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ सत्यप्रकाश आचार्य ने कहा कि उदयपुरवाटी में 25 दिन में 10 बलात्कार की घटना, थानागाजी में ही 7 मई को दोबारा सामूहिक बलात्कार की घटना, जोधपुर में महिला शिक्षिका पर तेजाब फेंकने की घटना बहुत ही निन्दनीय है।

देहात जिलाध्यक्ष एवं विधायक बिहारीलाल विश्नोई ने चुनाव के कारण मामले को दबाकर रखने वाली नाकारा, असंवेदनशील तथा लापरवाह कॉग्रेस सरकार की कडी निन्दा करते हुए मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री के इस्तीफे की मॉग की। उन्होने कहा कि सामूहिक दुष्कर्म की घटना प्रदेश के माथे पर कलंक है। इस घटना को लेकर राज्य सरकार का जो रवैया रहा है, उसने राजस्थान को शर्मसार किया है।
पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष नन्दकिशोर सोंलकी ने कहा कि इस घटना की जानकारी को चुनाव तक छिपाये रखने में गहरा राजनीतिक षडयंत्र नजर आता है। राजनीतिक नुकसान से बचने के लिए चुनाव तक इस मामले को कांग्रेस की सरकार ने दबाकर रखा है। इस घटना के लिए जितने दोषी अपराधी है, उससे अधिक दोषी सरकार में बैठे लोग है।
जिला महामंत्री मोहन सुराणा ने कहा कि महिलाओं का अपमान करना, कांग्रेसी संस्कृति बन चुकी है। उन्होने कांग्रेस सरकार में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री भंवरलाल मेघवाल का मतदान के दौरान एक महिला पुलिस कर्मी से बतमीजी से पेश आने की कडी निन्दा करते हुए कहा कि इस तरह की भाषा का प्रयोग करना इनकी आदत बन चुकी है।

जिला महामंत्री पाबूदान सिंह राठौड ने कहा कि प्रदेश में प्रशासन का भय तथा कानून का राज समाप्त हो चुका है। दिल्ली में जिस प्रकार से निर्भया कांड हुआ था, यह भी उसी प्रकार की वीभत्स घटना है। घटना के 11 दिन बाद तक सरकार की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हुई, यह दुर्भाग्यजनक है।
भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष शिवराज विश्नोई ने दुष्कर्म मामले की सीबीआई जॉच की मॉग करते हुए कहा कि प्रदेश मे बिगडती कानून व्यवस्था बहुत ही चिंता का विषय है।
महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष श्रीमती मधुरिमा सिंह ने कहा कि प्रदेश मे सरकार व प्रशासन नाम की कोई चीज नही है। कानून व्यवस्था चौपट हो चुकी है, अपराधियों में प्रशासन का भय समाप्त हो चुका है और अपराधी खुले आम घटनाओ को अंजाम देकर निडर घूम रहे है। प्रदेश में बहू-बेटियां सुरक्षित नही हैं। प्रशासन पंगु बना हुआ है।

इस अवसर पर महापौर नारायण चौपडा,कुभ्भाराम सिद्व,श्यामसिंह हाडला, हुकमचन्द सोनी, भॅवरलाल जॉगिड,अखिलेशप्रताप सिंह, ताराचन्द सारस्वत, नारायण चौपडा,जगदीश सोंलकी, अशोक प्रजापत, मधुरिमासिंह, सुरेन्द्रसिंह शेखावत,सुशील शर्मा, अनिल पाहुजा, मोहन सुराणा,पाबूदानसिंह राठौड,नन्दकिशोर सोंलकी, चम्पालाल गैदर, आशा पारीक,दिनेश महात्मा,ओम रामावत,रामचन्द्र सोनी, किशन चौधरी,फारूख पठान, दाउलाल सेवग,सलीम जोईया,विशाल गोलछा, मनीष सोनी,आनन्दसिंह भाटी, सुरेन्द्र कोचर, विजयसिंह पडिहार, इमरान खान,सतीश पुरोहित,देवरूपसिंह,सुशील शर्मा, अयूब कायमखानी,,कमल कॅवर तॅवर,सरस्वती विश्नोई, विजयलक्ष्मी राजपुरोहित,जतन सोंलकी,हुसैन डार, पवन चांडक,सूरजमल उपाध्याय,,अनूप गहलोत,,रामपाल सैन,कैलाश बापेउ, विनोद करोल,सतनाम कौर,कमलजीत कौर,विनोद धवल,वीरेन्द्र राजगुरू,सोहनलाल चॉवरियॉ, राजेन्द्र पासी,मनीष आचार्य सहित अनेक कार्यकर्ता पदाधिकारी उपस्थित रहे।