टोंक। टोंक विधायक सचिन पायलट ने कहा कि जमीनी कार्यकर्ता को पार्टी ओर राजनीतिक नियुक्तियों में भागीदारी मिलनी चाहिए। इसके लिए राष्ट्रीय सचिव वेणुगोपाल ओर प्रदेश प्रभारी अलय माकन से वार्ता हुई है। प्रदेश के मंत्रिमंडल पर भी चर्चा हो रही है। वो भी जल्द हो जाएगा। सोनिया गांधी ने जो कमेठी बनाई है, वह जल्द अपना कार्य करेगी। सचिन पायलट बुधवार को निवाई, गेदिया व टोंक में श्रद्धांजलि सभा में आए थे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार का जाना तय है। भाजपा की सरकार घमंड और अहंकारी है। भाजपा सरकार ने देश में जो माहौल बनाया है, उसके खिलाफ अब जनता हो गई है।
पायलट ने कहा कि महंगाई, घमंड और अंहकार के चलते अब भाजपा का जाना तय है। जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल-डीजल के दाम कम थे तब जमकर जनता पर सेस और वेट लगाया गया। अब जब उत्तर प्रदेश और अन्य जगह चुनाव होने हैं तो सरकार ने वेट कम कर दिया है। जबकि सरकार ने सेस कम नहीं किया है। इसके चलते देशभर में महंगाई बढ़ गई है। सालभर से किसान आंदोलन चल रहा है, लेकिन सरकार ने कभी वार्ता तक नहीं किए। बल्कि किसानों पर केस दर्ज किए। ऐसे में निश्चित रूप से किसान भाजपा के खिलाफ हो गए हैं। भाजपा ने जो वादे किए उन्हें पूरा नहीं किया, चाहे वह महंगाई का हो या पेट्रोल-डीजल के दाम घटाने का। उन्होंने कहा कि जब मनमोहन सिंह की सरकार थी तब भाजपा महंगाई, पेट्रोल-डीजल और गैस सिलेंडर पर प्रदर्शन करती थी, लेकिन अब आवाज तक नहीं निकल रही है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में जब दाम कम थे तब केन्द्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल से 20 लाख करोड़ वसूले।
अब उत्तर प्रदेश में चुनाव है तो वेट कम कर दिया है। जबकि केन्द्र सरकार को सेस कम करना चाहिए। सेस पूरा का पूरा केन्द्र के पास जाता है। उन्होंने कहा कि जमीनी कार्यकर्ता को चुनाव और राजनैतिक नियुक्तियों में भागीदारी मिलनी चाहिए। इसके लिए राष्ट्रीय महासचिव वेणुगोपाल और प्रदेशभर प्रभारी अजय माकन से वार्ता हुई है। प्रदेश के मंत्रिमंडल पर भी चर्चा हो रही है। वो भी जल्द होंगे। सोनिया गांधी ने जो कमेटी बनाई है, वह जल्द कार्य करेगी। सचिन पायलट बुधवार को टोंक आए थे। उन्होंने नगर परिषद सभापति अली अहमद के पिता को श्रद्धांजलि दी।