अपना अपना दावा कन्हैयालाल झंवर एवं
बिहारी लाल बिश्नोई
देवेन्द्र वाणी, न्यूज, बीकानेर। नोखा नगर पालिका चुनाव के दिन जैसे-जैसे नजदीक आ रहे है होटल, ढाबों व बाजार में जहां देखों वहां चुनावी चर्चाओं में लोग मदहोष है हर व्यक्ति अपने अपने नजरियें से हार जीत का आंकलन कर रहे है। देखा जाये तो यह चुनाव भारतीय जनता पार्टी व नोखा विकास मंच के बीच मुकाबला है सत्तारूढ कांग्रेस पार्टी इस चुनाव में पहले ही अपने आप को दुर कर ली। नोखा षहर में हो रहा यह चुनाव का परिणाम जाट एवं विष्नोई समाज के रूझान पे अटका हुआ है। लंबे अरसे से पालिका पे काबिज विकास मंच को अपनी षाख बचाने के लिए पहलीबार कड़ी मेहन्त करनी पड़ रही है। नोखा की राजनिति में बहुचर्चित कन्हैयालाल झंवर की पकड़ विष्नोई समाज पर रही परन्तु बिहारी लाल बिष्नाई के विधायक बनने एवं कन्हैयालाल झंवर का बीकानेर पूर्व विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के बाद नोखा की राजनीति का समीकरण कुछ और ही बनता नजर आ रहा है। हांलाकि नोखा षहरी मतदाताओं पर कन्हैयालाल झंवर की पकड़ मजबूत रही है। परन्तु बिष्नोई समाज की उनसे बन रही दूरी कुछ और ही बया करवा रही है। हालाकि मतदाताओं की चर्चाओं से अंतिम क्षण में विकास मंच का बोर्ड बनने की बात कर रहे है। परन्तु भाजपा ने अपने उम्मीदवारों के साथ साथ कुछ निरदलीय उम्मीदवारों पर स्थिति पर नजर गाड़े हुए है। उन्हें जिन निर्दलीय उम्मीदवारों से सहयोग मिलने की उम्मीद है और वह अच्छी पकड़ वाले निर्दलीय उम्मीदवारों को समर्थन करने से भी परेज नहीं रखेगें। भाजपा के नामचिन्ह नेता श्रीनिवास झंवर व विधायक बिहारी लाल बिष्नोई पालिका पर कब्जा करने के लिए चुनावी रंणभूमि को संभाले हुए है। वहीं कन्हैयालाल झंवर अपनी चीरप्रचित षैली में चुनाव जितने का दावा रखते है। देखना यह है कि कांग्रेस व कांग्रेस विचारधारा से जुडे़ मतदाता जाट एवं विष्नोई समाज के मतदाता का रूझान कौनसा रूख ऐतवार करते है। इन्हीं मतदाताओं से हार जीत का फेसला होना है।