जयपुर। प्रदेश में लगातार मौसम का बदलता हुआ मिजाज देखने को मिल रहा है। दोपहर में तीखी धूप चुभती है तो सुबह और शाम को ठंडी हवाएं सर्दी का अहसास करा रही है।
मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म हो चुका है। प्रदेश में एक सप्ताह तक न्यूनतम तापमान में गिरावट की संभावना है। इस दौरान अधिकतम तापमान में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। वहीं गुरुवार को कई जिलों के न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई। अजमेर, बाड़मेर, बीकानेर, चूरू, जयपुर, जोधपुर, श्रीगंगानगर, पिलानी, सीकर, फलौदी, टोंक, बूंदी, सिरोही और नागौर के न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वहीं जालोर, बूंदी, टोंक, नागौर के अधिकतम तापमान में भी मामूली बढ़ोतरी हुई है, जबकि अन्य जिलों का अधिकतम तापमान स्थिर बना हुआ है। दिसंबर के पहले सप्ताह से पारे में दो डिग्री से तीन डिग्री की गिरावट होना तय माना जा रहा है। मौसम विभाग की मानें तो इस सप्ताह मौसम शुष्क रहेगा। उत्तर—पश्चिमी हवा चलने का भी अंदेशा है।
राजस्थान के मौसम में दिसंबर की शुरूआत के साथ ही बदलाव होगा और सर्दी जोर पकड़ेगी। मौसम विभाग की माने तो पूर्वी हवाओं का जोर रहने से 1 व 2 दिसंबर को उदयपुर और कोटा संभाग में बारिश के बाद मावठ होगी। साथ ही तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। यह भ माना जा रहा है कि नवंबर के अंत तक मौसम शुष्क रहेगा। दिन और रात के तापमान में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। उधर, बीते 24 घंटे की बात करें तो चूरू का न्यूनतम तापमान 8.8 डिग्री दर्ज किया गया है, जो अन्य जिलों से कम है।
48 घंटे बाद बदलेगी हवाओं की रफ्तार मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटे में हवाओं की रफ्तार बदलने का अंदेशा है। ऐसे में 27 नवंबर से सर्द हवाओं की गति कम हो जाएगी। न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट आएगी। वहीं अधिकतम तापमान स्थिर रहने का अनुमान है।