बीकानेर, नाल पुलिस ने सोमवार को अवैध पिस्तौल के साथ पकड़े गए एक युवक से पूछताछ की तो हैरान करने वाली बात सामने आई। युवक यह अवैध पिस्तौल जालोर के कुलदीप को देने जा रहा था। उसने अपने दुश्मन की हत्या करने के इरादे से पिस्तौल मंगवाई थी। युवक पिस्तौल लेकर जालोर जाते समय पुलिस के हत्थे चढ़ गया।अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर अमित कुमार बुड़ानिया ने बताया कि गांधी प्याऊ के पास जितेन्द्र साध को पकड़ा। आरोपी से हथियार के बारे में पूछताछ की गई, तब उसने बताया कि जालोर के धमाणा में उसका दोस्त कुलदीपसिंह पुत्र लालसिंह रहता है। दो दिन पहले उसका फोन आया था। कुलदीप ने बताया कि उसके विपक्षी गुट ने मारपीट की व फायरिंग की है, जिसमें वह बाल-बाल बच गया। इस बेइज्जती का बदला लेने के लिए हथियार की जरूरत है। मामा हरिओम से खरीदा हथियारआरोपी जितेन्द्र ने बताया कि कुलदीप के कहने पर उसने अपने मामा गंगाशहर निवासी हरिओम रामावत से दस हजार रुपए में असलहा खरीदा। रविवार को हथियार कुलदीप सिंह को देने जालोर जा रहा था। कुलदीपसिंह के विरुद्ध आपराधिक दुष्प्रेरण की धारा 115 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस संबंध में जालोर पुलिस से संपर्क किया गया है। कुलदीप ओर जितेन्द्र कुख्यात अपराधी रोहित गोदारा के साथी हैं। हरिओम को लाएंगे प्रोडेक्शन वारंट पर, कुलदीप को ला रहे बीकानेर एएसपी बुड़ानिया ने बताया कि हरिओम को सप्ताभर पहले जयपुर के भांकरोटा थाना पुलिस ने लूट की योजना बनाते साथियों के साथ पकड़ा गया। यह अभी जेल में है। आरोपी को प्रोडेक्शन वारंट पर बीकानेर लाया जाएगा। वहीं जालौर के कुलदीप को नाल पुलिस टीम ने दस्तयाब कर लिया है, जिसे बीकानेर लाया जा रहा है। वहीं आरोपी जितेन्द्र साध के सोशल मीडिया एकाउंट को चेक करने पर पता चला कि आरोपी करीब 200 आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त लोगों से जुड़ा हुआ है।

सप्ताहभर में नौ हथियार, 19 कारतूस बरामद

जिले में ऑपरेशन वज्र के तहत अवैध हथियारों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। सप्ताहभर में जिलेभर में नौ हथियार, 19 कारतूस और सात आरोपियों को पकड़ा जा चुका हैं।