जयपुर, पिता के रिटायरमेंट का पैसा को सही जगह लगाने की बात आई फाईनेंस कंपनी संचालक ने कहा कि कंपनी में लगा दो। तीन साल में अच्छा मुनाफा मिल जाएगा। कंपनी में पैसा लगाया और तीन साल इंतजार किया तो पता चला मुनाफा तो दूर, मूल में भी डूबता दिख रहा। उपर से झूठा मुकदमा और दर्ज करा दिया गया। पूरा घटनाक्रम मानसरोवर थाने में दर्ज कराया गया है पीडित पक्ष की ओर से। पुलिस ने बताया कि अवधेश कुमार, रजत पथ निवासी ने मुकदमा दर्ज कराया है रजत पथ निवासी मनोज, पत्नी शालू और पत्नी आशा के खिलाफ। अवधेश ने बताया कि पिता 2016 में रिटायर हुए थे बड़े प्रशासनिक पद से। रिटायरमेंट के बाद मिले पैसे का एक हिस्सा, करीब बीस लाख रुपए अवधेश ने अपने परिचित मनोज के कहने पर फाइनेंस कंपनी में लगा दिया। यह कंपनी मनोज की थी। मनोज ने बताया कि सिर्फ तीन साल में अच्छा मुनाफा होगा। तीन साल बाद जब रुपए मांगे तो मुनाफा तो दूर मूल भी नहीं दिया। अवधेश पर दबाव बनाने के लिए मनोज ने अपनी पत्नी से छेडछाड़ का झूटा मुकदमा करा दिया। बाद में इस मामले में पुलिस के सामने ही राजीनामा भी कर लिया गया। मनोज ने मानसरोवर पुलिस के सामने ही पैसा जल्द लौटाने की बात कही। मनोज ने मानसरोवर पुलिस के सामने ही पैसा जल्द लौटाने की बात कही। लेकिन उसके बाद भी रातों रात दोनो पत्नियों को लेकर मनोज फरार हो गया। अवधेश ने पुलिस को बताया कि दर्जनों लोगों ने मनोज की फाइनेंस कंपनी मंे करोडों रुपए निवेश कर रखे हैं। सभी निवेशक परेशान हैं।