देवेन्द्रवाणी न्यूज़, बीकानेर। विधानसभा चुनाव में महज कुछ समय शेष बचा है और पार्टिया व राजनेता अपनी तैयारी में जुट गए है। बात कांग्रेस की करे तो कांग्रेस के कुछ नेता भले ही चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर चुके हों लेकिन 74 साल के बीडी कल्ला अपनी सीट छोड़ने को हरगिज तैयार नहीं है। बीकानेर पश्चिम विधानसभा सीट से छटी बार विधायक बने कैबिनेट मंत्री बी डी कल्ला ने गुरुवार को कहा कि उनकी सीट पर कांग्रेस का एक ही वीनिंग कैंडिडेट है और वह कैंडिडेट वे खुद हैं। यानी भले ही कांग्रेस युवाओं को नेतृत्व का अवसर देने की बात करती हो लेकिन कई बुजुर्ग नेता अपनी सीट किसी कीमत पर छोड़ने को तैयार नहीं है। हाल ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बयान दिया है कि राहुल गांधी की मंशा के अनुसार करीब 100 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस युवाओं को चुनाव लड़ने का मौका देने पर जा रही है। प्रदेश प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने भी कहा था कि बुजुर्ग नेताओं को अपने आप सीट छोड़कर युवाओं को आगे आने का मौका देना चाहिए। लेकिन बीकानेर पश्चिम सीट से डॉ कल्ला अपने आप को एक मात्र जितने वाला प्रतियाशी पार्टी के सामने जाहिर कर चुके है। डॉ कल्ला का कहना है कि बीकानेर पश्चिम की राजनीती में कोई युवा नहीं है जो उनकी राजनीती के सामने टिक सके अब ये उनका अहम बोल रहा है या वास्तव में बीकानेर पश्चिम की राजनीती में कल्ला की इतनी मजबूत पकड़ है जिससे वो इतने विश्वाश के साथ बोल रहे है की उनके अलावा इस सीट पर कोई टिक नहीं सकता।

मेरी सीट पर कोई नौजवान जिताऊ नेता नहीं – कल्ला
शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि बीकानेर पश्चिम सीट पर कोई नौजवान युवा नेता है ही नहीं जो चुनाव जीत सके। कांग्रेस तो क्या बीजेपी में भी कोई टिकट मांगने वाला नहीं है। मैदान बिल्कुल साफ है। कल्ला ने कहा कि वे चुनाव लड़ेंगे और वे ही वीनिंग कैंडिडेट (जिताऊ प्रत्याशी) हैं। शारीरिक रूप से एकदम फिट हूं और सबके सामने लगातार काम कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि अभी तक तो कोई युवा नेता तैयारी ही नहीं है। अगर किसी को तैयार करेंगे तो बाद में देखेंगे।

पिछले बार संकट में पड़ा था बीडी कल्ला का टिकट
पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस ने एक फार्मूला तय किया था कि लगातार दो बार चुनाव हारने वालों को टिकट नहीं दिया जाएगा। बीडी कल्ला भी इस दायरे में आ रहे थे क्योंकि वर्ष 2008 और 2013 में बीडी कल्ला दो बार लगातार चुनाव हार चुके थे। आखिर में काफी जद्दोजहद के बाद कांग्रेस ने अपने फार्मूले को तोड़ते हुए बीडी कल्ला को टिकट दिया तो कल्ला ने जीत हासिल ही। इस बार भी कल्ला का टिकट कटने की चर्चाएं शुरू हो गई थी। पिछले दिनों उन्होंने सिविल लाइन स्थित अपना सरकारी बंगला भी खाली कर दिया था।