जयपुर, में खुद को आग लगाने वाले पुजारी की देर रात सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने पूरे मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार को आत्मदाह करने वाले पुजारी गिर्राज शर्मा का सुसाइड नोट भी सामने आया है। जो परिवार ने पुलिस को दिया। इसमें कुछ लोगों पर परेशान करने का आरोप लगाया है। पंडित के बेटे जानू शर्मा ने बताया कि उसे मंदिर में मूर्ति के पीछे सुसाइड नोट मिला। वहीं, परिवार ने शव लेने से इंकार कर दिया है। पुलिस ने विरोध कर रहे सामाजिक संगठन के कार्यकर्ताओं व परिवार के सदस्यों की समझाइश का प्रयास किया है। प्रशासन की ओर से उचित आर्थिक मुआवजा देने की बात कही गई है।
परिवार द्वारा दिए गए पंडित के सुसाइड नोट में लिखा –
सुबह इन लोगों ने मुझे धमकी दी। शाम को चाकू-गंडासी लेकर मारने आए थे। ये मुझे परेशान कर रहे थे। मैं 25 साल से बिना स्वार्थ सेवा कर रहा था। सुसाइड नोट में पुजारी ने समिति के सदस्यों मूलचंद मान, शंकर जोशी, अशोक खंडेलवाल, सामरमल अग्रवाल, रामप्रसाद, दिनेश धारीवाल के नाम भी लिखे हैं। इस नोट में उन्होंने विकास समिति के फर्जी चुनाव की बात भी लिखी है।
बहन बोली- सुसाइड से पहले मुझे फोन किया
पंडित गिर्राज शर्मा की बहन कृष्णा शर्मा ने बताया कि 2 दिन पहले उसके पास में भाई का फोन आया था। उसने बताया कि समिति वालों ने उसके साथ में मारपीट की है। अब वह यह बात अपने परिवार को भी नहीं बता सकता। अब उसे मरना ही होगा। बहन ने कहा- उसे पुलिस को यह जानकारी देनी चाहिए, लेकिन पुजारी ने कहा कि नहीं अब उसे मरना ही पड़ेगा। अब बहन की मांग है कि परिवार को आर्थिक सहायता और नौकरी मिले। पुजारी गिर्राज शर्मा के परिवार में पत्नी चंद्रकांता के अलावा एक बेटा जानू (17) और बेटी है। वहीं, मौत की जानकारी मिलने पर कई सामाजिक संगठन आज सुबह परिवार के साथ एसएमएस की मॉर्च्युरी पहुंचे। परिवार और सामाजिक संगठनों की मांग है कि पंडित को परेशान करने वाले सभी आरोपियों को सख्त सजा मिले। संगठनों ने मृतक के आश्रितों को अधिक से अधिक आर्थिक सहायता देने की भी मांग की है। उनका कहना है कि मांग के अनुसार आर्थिक सहायता की घोषणा के बाद ही शव लिया जाएगा। पंडित गिर्राज शर्मा का परिवार भी एसएमएस मॉर्च्युरी के बाहर बैठा हुआ है। यहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है।
5 लोगों की हुई गिरफ्तारी
पंडित गिर्राज शर्मा को मंदिर में पूजा करने से रोकने वाले और उन्हें बार-बार प्रताड़ित करने वाले 5 लोगों की पुलिस अब तक गिरफ्तारी कर चुकी है। पुलिस ने दिनेश चंद धारीवाल (42), मूलचंद मान (68) रामकिशन शर्मा (70), सांवरमल अग्रवाल (63) और मालीराम (60) को गिरफ्तार कर लिया है। मृतका की पत्नी चंद्रकांता ने 7 लोगों के खिलाफ गुरुवार को नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
मृतक पंडित की पत्नी के गंभीर आरोप
गिर्राज शर्मा की पत्नी का कहना है कि विकास समिति के लोग पंडित पर गंदे-गंदे आरोप लगाते थे। चंद्रकांता का कहना है कि सदस्य मंदिर में आने वाले भक्तों पर यहां के दान पात्र में पैसा डालने का दबाव भी बनाते थे और पुजारी को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था। इस संबंध में 2 महीने पहले विकास समिति के लोगों ने मुरलीपुरा थाना पुलिस को मौके पर बुलाया था।