बीकानेर। नगर निगम बीकानेर में महापौर व प्रशासनिक अधिकारियों के बीच चल रही खींचतान आज थाने तक पहुंच गई। बताया जा रहा है कि निगम में उपायुक्त का कार्यभार देख रहे जगमोहन हर्ष के साथ महापौर के पति विक्रम सिंह व पार्षदों द्वारा मारपीट करने और देख लेने की धमकी के बाद जिला कलक्टर कुमारपाल गौतम को शिकायत दर्ज करवाई है। जानकारी मिली है कि उपायुक्त जगमोहन हर्ष को महापौर सुशीला कंवर ने मोबाइल कर नंदी गौशाला पहुंचने को कहा। जिस पर वे गौशाला पहुंचे तो वहां किचन रूम का ताला तोडऩे को कहा। इस पर हर्ष ने महापौर पति को बताया कि किचन रूम के ताला तोडऩे की जरूरत नहीं है। भामाशाह द्वारा गौशाला में भोजन आदि की व्यवस्था की जा रही है। जिस आयुक्त के निर्देशों के बाद इस दौरान एईएन संजय ठोलिया,कनिष्ठ लेखाकार राजेन्द्र राव व सफाई कर्मचारी अनिल किचन रूम का ताला तोड़ दिया गया। इस बीच महापौर के पति विक्रम सिंह राजपुरोहित ने नंदी गौशाला की अव्यवस्थाओं पर रोष जताते हुए हर्ष को बुरा भला कहा। विक्रम सिंह,पार्षद महेन्द्र सिंह व आनंद सिंह सोढ़ा व अन्य द्वारा हाथ पैर तोड़ देने की धमकी दी। इस बीच हर्ष वहां से रवाना होकर निगम कार्यालय पहुंचे तथा आयुक्त खुशाल यादव को घटनाक्रम की जानकारी दी। तो शाम को आयुक्त कार्यालय में महापौर पति पहुंच गये ओर उपायुक्त के साथ मारपीट की। उधर महापौर पति का आरोप है कि उपायुक्त हर्ष द्वारा महापौर के साथ अभद्र भाषा में बात की।

राजनीति अखाड़ा बना निगम
पिछले साढ़े पांच वर्षों से निगम राजनीति का बड़ा अखाड़ा बन गया है। पूर्व में महापौर नारायण चोपड़ा व भाजपा पार्षदों व प्रशासनिक अधिकारियों के बीच आपसी खींचतान पांच वर्षों तक रही। वहीं इस भाजपा वार्ड में भी महापौर व अधिकारियों के बीच लगातार आपसी समन्वय नहीं बैठ रहा है। कोरोना संक्रमण के दौरान वार्डों की लिस्ट बनाने को लेकर भी पार्षदों द्वारा अधिकारियों कार्यशैली पर सवाल उठाएं। वहीं निगम कार्मिकों द्वारा महापौर परिवार की निगम में निरन्तर बढ़ रही दखल अंदाजी पर आक्रोश व शिकायत पूर्व में दर्ज करवाया जा चुका है। अब इस घटनाक्रम के बाद निगम कार्मिकों उपायुक्त के साथ मारपीट की घटना पर रोष जताया है।