कोटा में ट्यूशन टीचर के कमरे में 14 साल स्टूडेंट की लाश मिलने से आसपास के लोग हैरान हैं। ट्यूशन टीचर के पड़ोसियों का कहना है कि उसके पास 3 स्टूडेंट्स ही पढ़ने आते थे। इनमें एक ही लड़की थी, जिसे आरोपी गौरव अलग से बुलाता था।
पोस्टमार्टम में शामिल रहे डॉक्टरों का कहना है कि छात्रा ने मरने के पहले संघर्ष किया था। उसका गला घोंटा गया है। पांव की चोट इस तरह की है, जैसे उसे पकड़कर खींचा गया हो। डॉक्टरों ने इसे साफ-साफ हत्या बताया है। रेप हुआ या नहीं, इसके लिए भी सैंपल लिया गया है। छात्रा का शव पूरी दरिंदगी की कहानी कह रहा है।
हत्या का पता चलने से पहले शहर छोड़ गया
ट्यूशन टीचर गौरव ने हत्या की फुलप्रूफ प्लानिंग की थी। जब तक परिजनों को बेटी की हत्या का पता लगता, उसके पहले वो शहर छोड़ चुका था। रविवार को उसके माता-पिता के साथ-साथ उसके घर में ऊपरी मंजिल पर रहने वाले उसके चाचा और चाची भी शादी में गए हुए थे। इसी दौरान उसने छात्रा को ट्यूशन पर बुलाया और रेप की कोशिश की। छात्रा ने विरोध जताया तो उसकी हत्या कर दी।
गौरव ने छात्रा की हत्या सुबह 11.30 से 12 बजे के बीच ही कर दी थी। दोपहर करीब 12 बजे उसने शव को ताले में बंद करके घर छोड़ दिया था। वो स्कूटी से ही फरार हुआ। वो नयापुरा, रंगपुर रोड, भदाना होते हुए कोटा के अंतिम छोर तक पहुंच गया। वहां उसने एक पेट्रोल पंप पर स्कूटी में पेट्रोल भरवाया और करीब 1 बजे कोटा छोड़ दिया। आरोपी को पकड़ने के लिए 7 पुलिस टीमें लगी हैं।
गौरव काे परिवार का सदस्य मानते थे
छात्रा के परिजनों का कहना है कि वे गाैरव काे पारिवारिक सदस्य मानते थे। उसने सिर्फ छात्रा की हत्या नहीं की बल्कि परिजनों और समाज के विश्वास का कत्ल भी किया है। बेटी की लाश देख पिता का बुरा हाल हो गया। वह बार-बार एक ही बात कहते रहे की ट्यूशन टीचर पर इतना विश्वास था, लेकिन उसने उनकी बेटी को छीन लिया। छात्रा 3 साल से गौरव के घर जाकर पढ़ रही थी। 9 जनवरी को ही छात्रा का जन्मदिन मनाया था।
लड़की को अलग से बुलाता था
आरोपी गौरव के पड़ोसियों ने बताया कि वह बचपन से ही गौरव को जानते है। गौरव ने एमटेक किया हुआ है और साथ ही अपने घर पर कोचिंग क्लास चलाता था। लोग उसके अच्छे व्यवाहर को देखकर ही उसके पास बच्चों को पढ़ने के लिए भेजा करते थे। लोगों को पता नहीं था कि टीचर के अंदर हैवान छुपा हुआ है। ज्यादातर लड़की को अलग समय और दोनों लड़कों को अलग समय कोचिंग बुलाता।