बीकानेर। जिले के श्रीडूंगरगढ़ थाना इलाके में झोपड़े में लगी आग में एक किसान जिन्दा जलने से दर्दनाक मौत हो गई। जानकारी के अनुसार तहसील के गांव धनेरू में अपनी ढ़ाणी में रात को सोने गया 35 वर्षीय किसान तिलाराम पुत्र लिच्छाराम मेघवाल फिर उठ ही नहीं पाया। श्रीडूंगरगढ़ थानाधिकारी वेदपाल शिवराण ने बताया कि लिच्छाराम के पांच पुत्र है एवं सभी उसके खेत में अलग अलग ढाणी बना कर रहते है। तीलाराम भी अपनी ढ़ाणी में अपने परिवार के साथ रहता था। मुख्य ढ़ाणी से थोड़ी दूर पर टयूबवैल व डिग्गी के पास उसका एक और अलग झोंपडा बना हुआ था। रात को लाईट आने पर टयूबवैल चलाने व बंद करने के लिए तिलाराम इसी झोंपडें में सोता था और हमेशा की तरह सोमवार रात 10 बजे को भी वह अपने झोंपडे में सोने चला गया। रात को अज्ञात समय पर उसके झोंपडें में बिजली के तारों से शार्ट सर्किट हुआ एवं खींप से बनी झोपंडें ने आग पकड़ ली। तिलाराम उठ कर बाहर आ पाता उस से पहले ही झोंपडे की छत उसके उपर आ गिरी व आग के नीचे दब कर जिंदा जल गया। उसके परिवार वाले सुबह 5.30 बजे उठे तो घटना का पता चला व हर और कोहराम मच गया। सूचना मिलने पर श्रीडूंगरगढ़ पुलिस भी मौके पर पहुंची एवं मृतक का शव श्रीडूंगरगढ़ चिकित्सालय लेकर आए। इस संबध में मृतक के पिता लिच्छूराम ने मर्ग दर्ज करवाने के लिए रिपोर्ट प्रस्तूत की है।