खेल के साथ पढ़ाई भी जरूरी-पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़

जिला बास्केटबाल संघ की ओर से सम्मान समारोह आयोजित
बीकानेर। ‘बास्केटबाल को अपना दोस्त बना लो, तो ही आपको सफलता मिलेगी। इस खेल में सफलता के लिए कोई शाॅर्टकट नहीं है। आपको कठिन मेहनत करनी होगी।’ यह कहना है सीमा सुरक्षा बल बीकानेर सेक्टर के उपमहानिरीक्षक पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़ का। वह यहां करणी सिंह स्टेडियम स्थित बास्केटबाल कोर्ट पर जिला बास्केटबाल संघ की ओर से आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने बास्केटबाल खिलाड़ियों को प्रेरित करते हुए कहा कि खेलों के साथ-साथ पढ़ाई पर भी बराबर ध्यान देना जरूरी है। जितना खेल जरूरी है, उतनी पढ़ाई भी आवश्यक है। मुख्य अतिथि पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़ ने खिलाड़ियों को अपनी बचपन से लेकर महानिरीक्षक बनने तक की अपनी यात्रा के बारे में विस्तारपूवर्क जानकारी दी। उन्होंने बास्केटबाल से लेकर गोल्फ तक विभिन्न खेलों में हासिल किए गए अपनी सफलताओं के बारे में भी बताया। इस अवसर पर खिलाड़ियों ने मैत्री मैच का प्रदर्शन भी किया।
राठौड़ बीएसएफ के सहायक कमांडेंट (सीधी भर्ती) 1987 के 12वें बैंच के अधिकारी हैं। बीकानेर निवासी पुष्पेंद्र सिंह सर्विस के दौरान कठिन व दुर्गम इलाकों जैसे नागालैंड, आसाम, पंजाब, पश्चिम बंगाल, राजस्थान और गुजरात में खतरनाक जगहों पर ड्यूटी कर चुके हैं। राठौड़ एक बेहतर गोल्फर के साथ बॉस्केटबॉल के भी प्लेयर रह चुके हैं। साल 2015 में यूएसए में आयोजित वर्ल्ड पुलिस गैम्स ओलम्पियाड में गोल्फ प्रतिस्पर्धा में एक गोल्ड और दो ब्रांज मैडल जीते हैं। अब तक पांच बार वर्ल्ड पुलिस गैम्स में भाग ले चुके राठौड़ तीन गोल्ड, तीन सिल्वर तथा दो ब्रांज मैडल जीत चुके हैं। वे गणतंत्र दिवस पर होने वाली परेड का पांच बार कमांड कर चुके हैं।
कार्यक्रम में जिला बास्केटबाल संघ की ओर से पुष्पेन्द्र सिंह का सम्मान किया गया। उन्हें साफा पहनाकर और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। जिला संघ के सचिव राजेन्द्र सिंह शेखावत ने आभार प्रकट किया। राजेन्द्र सिंह ने कहा कि मुख्य अतिथि राठौड़ को खेलों से लगाव रहा है। विशेषकर बास्केटबाल के वे आला दर्जे के खिलाड़ी रहे हैं। साथ गोल्फ व शूटिंग में भी उन्होंने परचम फहराया है। इस अवसर पर जिला संघ के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह कुमास, प्रभुसिंह बीका, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष दुर्गासिंह शेखावत, दानवीर सिंह,दुर्गादास पुरोहित, मनोज तिवाड़ी, आनंद सिंह राजवी, अमित मान, देवेन्द्र सिंह मेड़तिया, सम्पत राठौड, करणी सिंह राजपुरोहित, नरेन्द्र गहलोत, महावीर सिंह, भैरव रतन पुरोहित, हनुमानमल और माधोसिंह समेत अनेक कोच व खिलाड़ी उपस्थित थे।

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