अलवर। अलवर के सदर थाना इलाके में सिलीसेढ़ की पाल पर कार में एक युवती से दो युवकों द्वारा गैंगरेप करने का मामला फर्जी निकला. इस फर्जी गैंगरेप की साजिश को युवती और उसके कथित जीजा ने मिलकर रचा था. उनकी इस साजिश में एक और अन्य युवक भी शामिल था. पुलिस ने मुख्य आरोपी जीजा और साली को गिरफ्तार कर लिया है. उनके खिलाफ ब्लैकमेल करने और फर्जी मुकदमा दर्ज कर पुलिस को गुमराह करने का मामला दर्ज किया गया है. उनके तीसरे साथी की तलाश की जा रही है. जीजा-साली और उनके साथी ने गैंगरेप का मुकदमा दर्ज कराने की धमकी देकर ब्लैकमेल करने डेढ़ दो लाख रुपये में सेटलमेंट की योजना बनाई थी.
पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने बताया कि 8 सितंबर को अलवर के सदर थाने में 24 वर्षीय एक युवती ने सिलीसेढ़ लेक की पाल पर कार में गैंगरेप किये जाने का मामला दर्ज करवाया था. पुलिस ने इसका पर्दाफाश कर दिया है. यह मामला झूठा पाया गया है. गैंगरेप का यह फर्जी मुकदमा ब्लैकमेल कर रकम ऐंठने के लिए दर्ज कराया गया था. पुलिस ने फर्जी मुकदमा दर्ज कराने वाली युवती और उसके कथित जीजा रवि यादव को गिरफ्तार कर लिया है. इनके तीसरे साथी दीपक मीणा की तलाश की जा रही है. पुलिस की जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो गया है.
यूं हुआ पूरे मामले का खुलासा
पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज होने के बाद घटनास्थल सीलीसेढ़ का निरीक्षण किया. युवती ने जिन दो युवकों पर गैंगरेप का आरोप लगाया गया था उन्हें हिरासत में लिया गया. हिरासत में लिए गए युवकों से पूछताछ की गई और उनकी कार को जब्त किया गया. पुलिस ने युवती और पकड़े गये युवकों का मेडिकल करवाया. दोनों युवकों के अंडरगार्मेन्टस का पीएसए कीट द्वारा परीक्षण करवाया गया. इसमें सीमन (मानव वीर्य ) नहीं मिला. इसके बाद पुलिस का गैंगरेप का मामला फर्जी होने को लेकर शक गहरा गया. पुलिस ने युवती और उसके जीजा रवि यादव से गहनता से पूछताछ की. इस पर सामने आया रवि यादव और उसकी साली ने दीपक मीना के साथ मिलकर गैंगरेप का मामला दर्ज कराकर ब्लैकमेल करने की योजना बनाई थी. तीनों ने दिल्ली में मिलकर राजस्थान में जाकर किसी को फंसाकर ब्लैकमेल करने की स्क्रिप्ट तैयार की थी.