बीकानेर। नापासर के पास रामसर गांव में शराब की दुकान चलाने के लिए हर महीने की बंधी मांगने वाले आबकारी विभाग के निरीक्षक राणु सिंह और कांस्टेबल धनपतराम को अगले कुछ दिन तक जेल में ही गुजारने पड़ेंगे। इन लोगों को सोमवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश हुए। धनपत राम से ACB ने 28 हजार रुपए जब्त किए थे। उसके फोन के आधार पर निरीक्षक राणु सिंह को गिरफ्तार किया गया।
भ्रष्टाचार निवारण से जुड़ी अदालत में दोनों को पेश करते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने रिमांड की मांग ही नहीं रखी। ACB के हिसाब से उसकी प्राथमिक जांच पूरी हो चुकी है और दोनों अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में रखने की अपील की गई। इस पर अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया। दोनों को दोपहर करीब तीन बजे न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए गए। अब दोनों जमानत के लिए अपनी अपील दायर कर सकते हैं।
अभी जांच जारी है, अन्य पर कार्रवाई संभव
इस मामले की जांच कर रहे CI आनंद कुमार का कहना है कि मामले की जांच अभी जारी है। फिलहाल दो गिरफ्तार हुए हैं और दोनों को अदालत में पेश कर दिया। उल्लेखनीय है कि शिकायतकर्ता प्रेम कुमार ने इस मामले में कुछ आला अधिकारियों पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। नाम सहित कुछ लोगों की शिकायत की गई है लेकिन उनकी गिरफ्तारी अब तक नहीं हुई है। ACB का कहना है कि जांच के बाद ही अन्य पर कार्रवाई की जा सकती है। जानकारी के अनुसार रविवार को कार्रवाई के दौरान कांस्टेबल को रिश्वत के रुपयों के साथ गिरफ्तार किया गया था। तब एक निरीक्षक ने तो फोन उठा लिया लेकिन दूसरे अधिकारी ने फोन नहीं उठाया। ऐसे में उसके खिलाफ मामला नहीं बन सका। जांच में पता चलेगा कि यह रिश्वत की बंधी कहां से कहां तक पहुंच रही थी।