बीकानेर। राज्य सरकार और रेजिटडेंट डॉक्टर्स के बीच समझौता होने के बाद गुरुवार को पीबीएम अस्पताल में आउटडोर से ऑपरेशन थिएटर तक कामकाज फिर से शुरू हो गया। पिछले दो दिन से मेडिकल कॉलेज से जुड़े राज्य के सभी अस्पतालों में व्यवस्था चरमरा गई थी।ऑल राजस्थान रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के बीकानेर अध्यक्ष डॉ. महिपाल नेहरा ने बताया कि सरकार के साथ अधिकांश मांगों पर समझौता हो गया है। आठ मांगों पर सरकार ने सकारात्मक बातचीत की है। लिखित में आश्वासन दिया गया हैं। नीट पीजी की काउंसलिंग का मुद्दा हां केंद्र सरकार के पास विचाराधीन है, वहीं अन्य सभी मांगों पर सरकार जल्दी ही आदेश देगी। उधर, पूर्ण कार्य बहिष्कार के बाद अस्पताल में मरीज परेशान हो रहे हैं, ऐसे में रेजिडेंट्स ने हड़ताल स्थगित कर दी, ताकि काम सुचारू हो सके। आज से PBM अस्पताल के आउटडोर में फिर से रेजिडेंट डॉक्टर्स नजर आएंगे।
ये हुआ समझौता
पीजी में एडमिशन के लिए केंद्रीय स्तर पर प्रयास चल रहे हैं।
पेपर व पोस्टर प्रजेंटेशन की बाध्यता के मामले में नेशनल मेडिकल कॉउंसिल को प्रस्ताव भेजे जाएंगे।
थिसिस अब 28 फरवरी तक जमा हो सकेगी।
चिरंजिवी व अन्य योजनाओं के काम के लिए स्टॉफ मिलेगा।
इन सर्विस डॉक्टर्स के अवकाश प्रकरणों को निपटाने के लिए नोडल ऑफिसर बनेगा।
सीनियर रेजिडेंट के पदों में संबंधित मेडिकल कॉलेजों में आवश्यकतानुसार क्लिनिकल और नॉन क्लिनिकल विभागों में बढ़ोतरी की जाएगी।
इसके साथ ही वेतनवृद्धि व अन्य मुद्दों पर भी सरकार से सहमति बन गई है।