राजस्थान में एक बार फिर विधायकों का ‘हॉर्स ट्रेडिंग’ ( Political Horse Trading in Rajasthan ) मामला गर्माया हुआ है। कांग्रेस विधायक के एक चुनावी सभा में विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त सम्बन्धी बयान का वीडियो वायरल ( Congress Leader Mahendrajeet Singh Malviya Viral Video ) होने के बाद भाजपा लगातार फ्रंट फुट और अटैकिंग मोड पर है। पार्टी के वरिष्ठ नेता अपने बयानों से सरकार और मुख्यमंत्री ( CM Ashok Gehlot ) को घेरने का कोई मौक़ा नहीं छोड़ रहे हैं। बयानबाजी के इसी क्रम में अब प्रदेश भाजपा के महामंत्री और विधायक मदन दिलावर ( Madan Dilawar ) ने चौंकाने वाली मांग कर डाली है।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री और विधायक मदन दिलावर ने पूर्व मंत्री और विधायक महेन्द्रजीत सिंह मालवीय के वायरल वीडियो मामले पर नार्कों टेस्ट की मांग उठा डाली है। दिलावर ने कहा है कि मुख्यमंत्री के साथ ही बयान देने वाले मंत्री, कांग्रेस और सरकार को समर्थन देने वाले विधायकों के भी नार्को टेस्ट होने चाहियें। इससे मामले में दूध का दूध और पानी का पानी हो सकेगा।
दिलावर ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी का चरित्र और चेहरा सबके सामने है। उन्होंने मुख्यमंत्री से बीटीपी विधायकों पर मोटी धनराशि लेने के आरोप का स्पष्टीकरण देने की मांग की।
दिलावर ने कहा कि मुख्यमंत्री को आगे आकर खुद का और कांग्रेस के सभी विधायकों सहित उनकी सरकार को समर्थन दे रहे विधायकों का नार्को टेस्ट करवाकर प्रदेश में मिसाल कायम करनी चाहिए।
ये है वायरल वीडियो में
वायरल हो रहा वीडियो कांग्रेस विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीय का बताया गया है। इसमें वे बीटीपी पार्टी के विधायकों पर गंभीर आरोप लगाते दिख रहे हैं। बयान में वे बीटीपी के दो विधायकों के दो बार 5-5 करोड़ रुपए लेने का ज़िक्र कर रहे हैं। वे कहते दिल्हाई दे रहे हैं कि राज्यसभा चुनाव में भी विधायकों ने रूपए लिए। दोनों ने कुल 10-10 करोड़ रुपए लिए। मुझे तो राजनीति में इतने साल हो गए पर मैंने 10 करोड़ नहीं लिए। इस वीडियो के बाद सियासी बयानबाजियां शुरू हो गई हैं।