बीकानेर के लिए PBM प्रशासन की लापरवाही पड़ न जाये भारी,पढ़े

बीकानेर। पीबीएम प्रशासन की लापरवाही कही शहरवासियों के लिए भारी ना पड़ जाये। पीबीएम प्रशासन द्वारा आये दिन लापरवाही सामने आ रही है मरीज की कोरोना रिपोर्ट लेने के बाद उसको घर पर भेज दिया करते है और बाद में रिपोर्ट में पॉजिटिव आती है तो प्रशासन तुरंत मौके पर जाकर मरीज को पीबीएम लेकर आते है और जिला कलक्टर द्वारा कफ्र्यू लगा दिया जाता है। जब तक मरीज की रिपोर्ट नही आती है तब तक वह अपने क्षेत्र में सब जगहों पर घुम लेते है और लोगों को अपनी चपेट में लेते है। बुधवार को कसाईबारी के जामा मस्जिद के मौहल्ला व्यापारियान में रहने वाली एक 60 वर्षीय महिला कोरोना पॉजिटिव आई जिसकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। इससे पहले भी दो जनों की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं रही है। इस प्रकार एक बार फिर पीबीएम में भर्ती एक ओर मरीज के कोरोना पॉजिटिव आना चिंता का विषय हो गया है। जानकारी ऐसी मिली है कि महिला पिछले 27 मई को आपातकालीन वार्ड भर्ती हुई जिसको तीन दिन बाद 30 मई को आईसीयू वार्ड में भर्ती कर लिया था। लेकिन 1 जून को महिला को अस्पताल से छुट्टी देकर घर भेज दिया था। महिला 1 जून से 7 जून तक घर पर ही रही इसी दौरान 8 जून को महिला की तबीयत बिगड़ी तो परिवार जनों ने महिला को अस्पताल में भर्ती कराया तो अस्पताल प्रशासन ने महिला को आई वार्ड में भर्ती क र लिया जब महिला की तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ तो महिला कोरोना वार्ड डी वार्ड में ले गये। जहां बुधवार को महिला की कोरोना जांच की तो महिला कोरोना पॉजिटिव निकली। महिला के कोरोना पॉजिटिव आते ही अस्पताल प्रशासन व वार्ड में हड़कंप मच गया। क्योंकि महिला 7 दिन तक घर में रही तब महिला के घर पर परिवार व अन्य आस पास पड़ौसी मिलने आते थे और अस्पताल में भी डॉक्टर व रेजिडेंट डॉक्टर व अन्य महिला के संपर्क में थे तो उनको तुरंत क्वाईटिन किया गया। जबकि पॉजिटिव महिला के परिवार के सदस्यों को गुरुवार सुबह अस्पताल ले जाया जायेगा। अस्पताल प्रशासन की इतनी बड़ी लापरवाही शहरवासियों के लिए घातक सिद्ध हो सकती है।
पहले ही रिपोर्ट ले लेते तो संक्रमण होने से बच सकता
पूर्व यूआईटी चेयरमैन मकसूद अहमद ने बताया कि पीबीएम प्रशासन लगातार लापरवाही कर रहा है। जिसके कारण कोरोना रोकने में दिक्कतें आ रही है। अगर पीबीएम प्रशासन समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया तो ये आगे और खतरनाक साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि जो आज महिला पॉजिटिव आई उसकी जांच 27 मई को ही कोरोना जांच हो जाती तो उसका इलाज शुरु हो जाता।
सरकार संक्रमण रोकने के कर रही है उपाय
एक तरफ जहां राज्य सरकार कोरोना संक्रमण को लेकर चिंतित है और इसे रोकने के लिए सारे प्रयास किये जा रहे है। वहीं दूसरी तरफ संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल पीबीएम प्रशासन आये दिन लापरवाहर बरत रहा है जिसके कारण अब लोगों में भय व्याप्त हो गया है कि प्रशासन बहुत बड़ी गलती कर रहा है।

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