बीकानेर/ स्थानीय जैन स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आज एन.एस.एस इकाई के तत्वाधान में ”स्वामी विवेकानन्द जी की जयन्ती पर युवा दिवस कार्यक्रम“ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में श्रीमती अल्पना शर्मा ने स्वामी विवेकानन्द की जीवनी पर अपने विचार प्रस्तुत किये। श्रीमती अल्पना शर्मा ने बताया कि स्वामी विवेकानन्द का मुख्य उद्देश्य भारत को विश्व गुरू बनाना था। इसी के तहत उन्होंनें देश के युवाओं को यह नारा दिया कि उठो, जागो और तब तक मत रूको जब तक कि आप अपना लक्ष्य प्राप्त ना कर लो।
इसी क्रम में महाविद्यालय के विभिन्न कक्षाओं के विद्यार्थियों ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये। महाविद्यालय की छात्रा वर्षा ने कविता के माध्यम से महाविद्यालय के विद्यार्थियों को जाग्रत करने का प्रयास किया। महाविद्यालय के ही अन्य विद्यार्थियों यथा जयकिशन, साहिल कोचर, कुशाल व्यास, दुर्गेश सिंह, नारायण भाटी आदि ने स्वामी विवेकानन्द जी की जीवनी पर अपने-अपने विचार प्रस्तुत किये।
महाविद्यालय की संकाय सदस्या श्रीमती राधिका नाहटा ने स्वामी विवेकानन्द जी के द्वारा दिये गये तीन सुनहरे नियमों की व्याख्या की। संकाय सदस्या सुश्री भारती रूपानी ने बताया कि यदि कोई भी मनुष्य अपने जीवन में स्वामी विवेकानन्द जी के विचारों को अपने जीवन मे अंगीकार कर लेवें तो उन्हें जीवन में कभी भी हार का सामना नहीं करना पडे़ेगा।कार्यक्रम में एन.एस.एस. प्रभारी डाॅ. सुशील कुमार दैया तथा डाॅ. राजेश कुमार राँकावत ने युवा दिवस के रूप मे मनाये जा रहे स्वामी विवेकानन्द जी के जन्मदिवस को एन.एस.एस. की मुख्य धारा से जोड़ कर युवाओ को जोश से समाज सेवा का कार्य करने का आह्वान किया। अन्त में महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. शिवराम सिंह झाझड़िया ने विद्यार्थियों को बताया कि वे एकाग्रचित होकर आत्म विश्वास के साथ किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. भारती साँखला ने किया।