वर्चुअल माध्यम से जुड़े प्रभारी मंत्री श्री कटारिया, शिक्षा मंत्री डाॅ. कल्ला,

उद्योग मंत्री श्रीमती रावत और आपदा प्रबंधन मंत्री श्री मेघवाल

बीकानेर। जिले में औद्योगिक निवेश को प्रोत्साहन देने तथा निवेश के अनुकूल वातावरण उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से ‘इन्वेस्ट बीकानेर समिट’ का आयोजन बुधवार को होटल लक्ष्मी निवास में हुआ। इस दौरान 84 मेमोरेंडम आॅफ अंडरस्टेंडिंग (एमओयू) तथा 36 लेटर और इंटेंट (एलओआई) हुए। जिनसे बीकानेर में लगभग 15 हजार करोड़ रुपये के निवेश होगा तथा लगभग 20 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।
कार्यक्रम से वर्चुअल माध्यम से जुड़ते हुए कृषि एवं पशुपालन मंत्री तथा जिला प्रभारी मंत्री श्री लाल चंद कटारिया ने कहा कि पहली बार आयोजित हुए ऐसे कार्यक्रमों से जिलों में औद्योगिक निवेश बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार औद्योगिक निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए कृतसंकल्प है तथा ऐसी योजनाएं प्रारम्भ की गई हैं, जिनके दूरगामी अच्छे परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि जिले में तीन नए औद्योगिक क्षेत्र शीघ्र विकसित होंगे, इससे भी औद्योगिक परिदृश्य में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।
शिक्षा मंत्री डाॅ. बी. डी. कल्ला ने वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि आज प्रदेश में औद्योगिक निवेश के अनुकूल माहौल बना है। हमारे यहां भूमि, साधन और मानव संसाधन की पर्याप्त उपलब्धता है तथा निवेश के प्रति इच्छा शक्ति है। राज्य सरकार की मंशा भी यही है कि यहां भरपूर निवेश हो। उन्होंने कहा कि पश्चिम राजस्थान में सौर ऊर्जा से बिजली पैदा करने की अपार संभावना है। हमारा प्रदेश 1 लाख 42 हजार मेगावाट बिजली बना सकता है। अभी तक हम छह हजार मेगावाट बिजली सौर ऊर्जा के माध्यम से बनाकर देश में पहले स्थान पर हैं।
उद्योग मंत्री श्रीमती शकुंतला रावत भी वर्चुअल माध्यम से जुड़ीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में प्रदेश में मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना, राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना और वन स्टाॅप शाॅप जैसी योजनाएं चल रही हैं। उद्यमी इनका लाभ उठाएं तथा यहां अधिक से अधिक उद्योग धंधे स्थापित करें। उन्होंने विश्वास दिलाया कि उद्यमियों की प्रत्येक वाजिब समस्या का प्राथमिकता से समाधान किया जाएगा।
आपदा प्रबंधन एवं सांख्यिकी विभाग मंत्री श्री गोविंद राम मेघवाल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत सदैव औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन के पक्षधर रहे हैं।ऐसे समिट बेहद उपयोगी साबित हो रहे हैं तथा जिलों में हजारों करोड़ रुपये के नए निवेश का मार्ग प्रशस्त हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ऐसे उद्यमियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं आने देगी। प्रदेश में सभी निवेशकों को सार्थक और सकारात्मक माहौल मिलेगा।
संभागीय आयुक्त नीरज के. पवन ने वर्चुअली जुड़ते हुए कहा कि सभी एमओयू की शीघ्र क्रियान्विति हो जिससे जिले को लाभ हो और दूसरे निवेशक भी निवेश के प्रति आकर्षित हो सकें।
जिला कलक्टर नमित मेहता ने कहा कि उद्यमशीलता बीकानेर की परम्परा रही है। यहां के अनेक उद्यमियों ने देश और दुनिया में बड़े औद्योगिक निवेश करते हुए जिले का नाम रोशन किया है। इसके बावजूद इन उद्यमियों में बीकानेर की जड़ों के प्रति जुड़ाव है, जो कि अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि लगभग पंद्रह हजार करोड़ रुपये के निवेश से जिले के औद्योगिक विकास को गति मिलेगी।
राजस्थान फाउण्डेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश में निवेश को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से फाउण्डेशन का गठन किया गया है। फाउण्डेशन के प्रयासों से निवेशक राजस्थान की ओर आकर्षित हो रहे हैं तथा यहां के औद्योगिक विकास को गति मिली है।
उद्योग विभाग के संयुक्त निदेशक पीएन शर्मा ने कहा कि गत तीन वर्षों में सरकार ने अनेक अच्छी नीतियां लागू की हैं, जिनके अच्छे परिणाम सामने आए हैं। उन्होंने सरकार द्वारा अब तक किए गए प्रयासों के बारे में बताया।
इससे पहले अतिथियों ने दीप प्रज्वलित करते हुए समिट का विधिवत शुभारम्भ किया। जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र की महाप्रबंधक मंजू नैण गोदारा ने स्वागत उद्बोधन दिया तथा कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में बताया। अतिथियों द्वारा समिट से संबंधित फोल्डर का विमोचन भी किया गया। अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) अरुण प्रकाश शर्मा ने आभार जताया। संचालन ज्योति प्रकाश रंगा ने किया।
कार्यक्रम में नोखा विधायक बिहारी लाल बिश्नोई, पुलिस अधीक्षक योगेश यादव, खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के सचिव मूलचंद, एसबीआई के उप महाप्रबंधक सुशील कुमार, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त एएच गौरी, रीको के वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधक प्रवीण कुमार गुप्ता आदि अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
समारोह में जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष डी पी पचिसिया, बीकाजी समूह के दीपक अग्रवाल, वूलन एसोसिएशन के अध्यक्ष कमल कल्ला, बड़ी-पापड़ एसोसिएशन के रमेश अग्रवाल, करणी औद्योगिक क्षेत्र के महेश कोठारी आदि उद्यमी मौजूद रहे।
रिन्यूएबल एनर्जी में होगा सबसे बड़ा निवेश
समिट के दौरान रिन्यूएबल एनर्जी से संबंधित एमओयू प्रमुख रहे। इनमें साॅल्टन इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड द्वारा सात हजार करोड़ रुपये, मेगा सूर्य ऊर्जा का 1 हजार 350 करोड़ तथा रेज पावर एक्सपट्र्स द्वारा 500 करोड़ रुपये मुख्य रहे। इनके अलावा श्रीराम मेगा फूड पार्क का 200 करोड़ रुपये, सिरेमिक्स ग्रेनिटो प्राइवेट लिमिटेड का 118.56 करोड़ रुपये, एक्मे क्लीनटेक सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड का ग्रीन हाइड्रोजन एवं ग्रीन अमोनिया से जुड़ा 100 करोड रुपये का एमओयू हुआ। एफोर्डेबल हाउसिंग से संबंधित धरती वेंचर का 33 करोड़ और 25.5 करोड़ रुपये के एमओयू पर भी हस्ताक्षर किए गए। कार्यक्रम के दौरान माइनिंग, मिनरल एवं सिरेमिक, डेयरी, वूल एवं कारपेट, ट्यूरिज्यम एवं होटल, आयुर्वेद, एग्रो फूड आदि क्षेत्रों के 120 एमओयू और एलओआई हुए। कार्यक्रम के दौरान बीकानेर में औद्योगिक संभावनाओं पर आधारित लघु फिल्म भी दिखाई गई।
कोविड प्रोटोकाॅल की हुई पालना
बीकानेर इंवेस्ट समिट का आयोजन कोविड गाइडलाइन की अनुपालना में दो सत्रों में हुआ। प्रत्येक सत्र में पचास से कम निवेशकों ने भागीदारी निभाई। कार्यक्रम के दौरान डिसटेंसिंग और अन्य सावधानियों का विशेष ध्यान रखा गया।