जयपुर। भगवान श्री कृष्ण की क्रीडा स्थली रही कामां का नाम बृज कामां किए जाने को लेकर विरोध के स्वर उठने लगे हैं। राजस्थान में भरतपुर जिले के कामां का नाम बृज मेवात नगरी रखे जाने को लेकर प्रदेश में सत्तारूढ़ दल कांग्रेस और भाजपा व विश्व हिंदू परिषद के नेता नेता आमने-सामने हो गए हैं। कामां नगर परिषद ने कस्बे का नाम बृज मेवात रखे जाने का प्रस्ताव पारित किया तो भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, पूर्व मंत्री मदन मोहन सिंघल, विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष भूरी सिंह व साधु संतों विरोध में खड़े हो गए। इन नेताओं ने आरोप लगाया कि राजनीतिक षडयंत्र के तहत प्राचीन नाम को बदला जा रहा है।

उन्होंने कहा कि यह भूमि काम्यवन के नाम से जानी जाती है। इस पवित्र भूमि पर भगवान श्रीकृष्ण के द्वारा ग्वाल-बालों के साथ गाय चराई गई थी। यह भूमि बृज चौरासी कोस में अपना अलग ही स्थान रखती है। भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस विधायक जाहिदा खान भगवान श्रीकृष्ण की सदियों पुरानी मान्यता को खत्म करना चाहती है। यहां के लोग इसे बर्दास्त नहीं करेंगे। सिंघल का कहना है कि यहां मेवात में हिंदू-मुस्लिम का भाईचारा रहा है, लेकिन अब इसे खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है। नगर पालिका की शनिवार को हुई बैठक में कामां के नाम व स्वरूप के साथ छेड़छाड़ की कोशिश की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब क्षेत्रीय कांग्रेस विधायक जाहिदा खान के संरक्षण में हो रहा है। जाहिदा यहां से भगवान श्री कृष्ण का नाम खत्म करना चाहती है। जाहिदा खान ने पहले भी कामां के सरकारी भवना का नाम बदलने का प्रयास किया है। उधर इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों ने विरोध दर्ज कराना शुरू कर दिया है। लोगों ने धरने व प्रदर्शन करना प्रारंभ किया है।